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राष्ट्रपति मैक्रों का तोहफा, फ्रांस में 30 हजार भारतीय छात्र को पढ़ने मिलेगा मौका

Republic Day: अब फ्रांस में पढ़ने के लिए फ्रेंच भाषा आना अनिवार्य नहीं होगीं.

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Republic Day: इस साल 2024 के गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने भारतीय छात्रों को फ्रांस में पढ़ने का बड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने घोषणा की "2030 तक 30,000 से अधिक भारतीय छात्रों को फ्रांस में पढ़ने का मौका मिलेगा." अब फ्रांस में पढ़ने के लिए फ्रेंच भाषा आना अनिवार्य नहीं होगीं. हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि यह कब तक लागू होगा?

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2030 तक 30 हजार का लक्ष्य

राष्ट्रपति मैक्रों ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा "हम चाहते हैं कि 2030 तक 30 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र विदेश में पढ़ाई के लिए फ्रांस को अपनी पहली पसंद बनाएं. मैं इसके लिये प्रतिबद्ध हूं. हम इसके लिए कुछ नियमों में बदलाव पर भी विचार कर रहे हैं."

फ्रेंच भाषा सीखाने पर जोर

फ्रांस कैसे छात्रों की सहायता करेगा, इस पर विस्तार से बताते हुए मैक्रॉन ने कहा कि जो छात्र फ्रेंच नहीं बोलते, उन्हें वहां के विश्वविद्यालयों में पढ़ने की अनुमति देने के लिए अंतरराष्ट्रीय कक्षाएं स्थापित की जाएंगी. ताकि उन्हें पढ़ाई में सहजता हो.

"हम फ्रेंच सीखने के लिए नए केंद्रों के साथ अलायंस फ्रैंचाइज का नेटवर्क विकसित कर रहे हैं. हम अंतरराष्ट्रीय कक्षाएं बना रहे हैं, जो उन छात्रों को हमारे विश्वविद्यालयों में शामिल होने की अनुमति देगी, जो जरूरी नहीं कि फ्रेंच बोलते हों."
इमैनुएल मैक्रों, फ्रांस के राष्ट्रपति

फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा, "अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि हम फ्रांस में पढ़ने वाले किसी भी पूर्व भारतीय छात्र के लिए वीजा प्रक्रिया को और अधिक सुविधाजनक बनाएंगे."

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