साल 2017 में आई अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी 2 का लास्ट कोर्ट सीन बड़ा ही दिलचस्प था. इस सीन में अक्षय कुमार एक बहुरूपिये से कबूल करवाते हैं कि वो एक आतंकी है. दरअसल, फिल्म में वो शख्स अब्दुल कादिर नाम का एक आतंकी होता है जो साधु के वेश में रहता था. खुद को पंडित बताने वाला अब्दुल कादिर आतंकी हमले के फिराक था.
कुछ इसी तरह का मामला सोमवार को सामने आया. जम्मू कश्मीर पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को पकड़ा, ये आतंकी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, संदीप शर्मा और आदिल नाम की दोहरी जिंदगी जी रहा था. आइए बताते हैं इस शातिर के बारे में खास जानकारी
कौन है ये संदीप उर्फ आदिल?
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का रहने वाला आतंकी संदीप शर्मा लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय आतंकी है. संदीप शर्मा के पिता का नाम रामकुमार शर्मा बताया जा रहा है.
साल 2012 में वो बतौर वेल्डर कश्मीर में काम करने आया. गर्मियों में वो कश्मीर में रहता था, वहीं सर्दियों में वो घाटी से बाहर, खासकर पटियाला चला जाता था.
संदीप, कश्मीर में पहचान बदलकर आदिल के नाम से रहा करता था.
कैसे बना आतंकी, नया ट्रेंड सामने आया ?
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी मुनीर खान के मुताबिक, पंजाब में काम करने के दौरान वो कुलगाम के निवासी शाहिद अहमद के संपर्क में आया. वो भी उस दौरान पंजाब में ही काम करता था. फिर संदीप कश्मीर आया और दक्षिण कश्मीर में ATM,और बैंकों में लूट की योजना बनाई. इस दौरान संदीप, मुनीब शाह, शाहिद अहमद और मुजफ्फर अहमद नाम के ये चार लोग आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कुलगाम में किराए के मकान में रहे.
अब यहीं से आपराधिक गतिविधियों से बढ़कर आतंक की तरफ बढ़ता गया संदीप शर्मा. आईजी मुनीर खान ने बताया, जहां तक कश्मीर में आतंकवाद की बात है, तो जांच के दौरान बैंकों एवं एटीएमों की लूट जैसी कई नई चीजें सामने आई हैं. उन्होंने कहा कि संदीप की गिरफ्तारी आपराधिकता और आतंकवाद के बीच धुंधलाती रेखाओं को दिखाती है.
जांच में सामने आया है कि किस तरह के अपराधी आतंकवाद में शामिल थे और कैसे लश्कर-ए-तैयबा नामक आतंकी संगठन उनका इस्तेमाल कर रहा था. किस तरह से वे बैंकों और एटीएमों को लूट रहे थे.
कौन-कौन सी घटनाओं में रहा शामिल ?
संदीप एक के बाद एक कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा.
- 16 जून को दक्षिण कश्मीर के अच्छाबल में पुलिस के एक दल पर किये गये हमले में शामिल था, जिसमें थाना प्रभारी फिरोज डार शहीद हो गये थे और 5 दूसरे भी मारे गए थे.
- 3 जून को निचले मुंडा में सेना के एक काफिले पर घात लगाकर किये गये हमले में भी वह शामिल था जिसमें एक जवान शहीद हो गया था.
- अनंतनाग में सेवानिवृत्त न्यायाधीश मुजफ्फर अतर के सुरक्षाकर्मी से हथियार छीनने की घटना में शामिल था.
- संदीप लूटपाट की वारदातों में भी माहिर था.
कैसे पकड़ा गया ये बहरुपिया आतंकी?
संदीप को उसी घर से गिरफ्तार किया गया था, जहां लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर बाशिर लश्करी को एक जुलाई को मार गिराया गया था. संदीप की गिरफ्तारी के बाद शाह की गिरफ्तारी हुई. आईजी मुनीर ने बताया-
हमने संदीप को उस मुठभेड़ में पकड़ा, जिसमें कुख्यात आतंकी लश्करी को मार गिराया गया था. इससे संदेह पैदा हो गया था, जिस घर में लश्करी रहता था, उसी घर में हम एक बाहरी व्यक्ति को देखकर हैरान थे. इसलिए हमने आगे जांच का फैसला किया.
संदीप, मुनीब शाह, शाहिद अहमद और मुजफ्फर अहमद ये चार लोग आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कुलगाम में किराए के मकान में रहे. वहीं ये लोग लश्कर के कट्टर आतंकी शकूर अहमद से मिले.
बदलता ट्रेंड परेशानी का सबब ?
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संभावना जताई है कि ये इस तरह का पहला मामला है, पुलिस ने ये भी चिंता जताई है कि आपराधिक तत्व आतंकवादियों के साथ शामिल हो रहे हैं. लश्कर अपराधियों का संगठन बन गया है, आतंकवादी अपराधी हैं. घाटी में आतंकवादी घटनाओं में और अधिक गैर स्थानीय लोगों की संलिप्तता की संभावना के बारे में पूछे जाने पुलिस ने कहा कि पुलिस सभी बाहरी कामगारों का सत्यापन करेगी.
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