इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के मुद्दे पर देश की तमाम विपक्षी पार्टियों ने सोमवार शाम को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात की. विपक्ष ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से आगामी लोकसभा चुनाव में EVM के 50 फीसदी वोट वीवीपैट मशीनों की पर्ची से मिलान कराने की मांग की है.
कांग्रेस, टीडीपी, एनसीपी, एसपी, बीएसपी, सीपीआई-एम, आरजेडी, AAP, सीपीआई, जेडी-एस, आरएसपी, एआईयूडीएफ जैसी तमाम विपक्षी पार्टियां ने एक मेमोरेंडम पर साइन करके चुनाव आयोग को सौंपा.
विपक्षी नेताओं के चुनाव आयोग से मिलने के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हम सभी ईवीएम और वीवीपीएटी पर चर्चा के लिए चुनाव आयोग गए. हमने कहा कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव कराना संभव नहीं है, तो कम से कम 50 फीसदी ईवीएम मशीन के वोटों को वीवीपीएटी की पर्ची से मिलान किया जाना चाहिए.''
इन नेताओं ने चुनाव आयोग का किया रुख
- गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल, आनंद शर्मा (कांग्रेस)
- चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी)
- माजिद मेनन (एनसीपी)
- डेरेक ओ ब्रायन (टीएमसी)
- रामगोपाल यादव (एसपी)
- सतीश चंद्र मिश्रा (बीएसपी)
- मोहम्मद सलीम, टीके रंगराजन (सीपीआई-एम)
- मनोज झा (आरजेडी)
- संजय सिंह (आप)
- डी राजा (सीपीआई)
- दानिश अली (जेडीएस)
- एनके प्रेमचंद्रन (आरएसपी)
- बदरुन अजमल (एआईयूडीएफ)
- केजी केन्या (एनपीएफ)
इससे पहले शुक्रवार को विपक्षी पार्टियों के बीच एक बैठक हुई थी. इस बैठक में तय हुआ कि सभी पार्टियां आगामी लोकसभा चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल पर अपनी चिंताओं को लेकर चुनाव आयोग जाएंगी. बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बताया था, ''सभी विपक्षी दल ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर चिंताओं पर सोमवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलेंगे.''
हमें संविधान और संघीय ढांचे को बचाना है: TMC नेता
टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने सोमवार को कहा, ''हमने सभी विपक्षी दलों से बातचीत की है. हम सभी आगे बढ़ेंगे. हमें संविधान, देश और संघीय ढांचे को बचाना है. आज शाम को सभी विपक्षी दल चुनाव आयोग जाएंगे.''
कई विपक्षी दल दावा करते रहे हैं कि सिर्फ दो-तीन देश ही ईवीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं, बाकी देश इन मशीनों में शिकायतों के चलते बैलट पेपर सिस्टम में लौट चुके हैं.
इस मामले पर कांग्रेस ने हाल ही में कहा था कि ईवीएम से जुड़े संदेह को खत्म करने के लिए चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव में 50 फीसदी वीवीपैट का मिलान सुनिश्चित करे.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)