करीब एक हफ्ते पहले फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास पर बीजेपी और हिंदुत्व नेताओं के खिलाफ 'हेट स्पीच' के नियम न लगाने का आरोप लगा था. अब एक बार फिर दास पर बीजेपी का 'समर्थन' करने का आरोप लगा है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अंखी दास ने फेसबुक के कर्मचारियों के एक ग्रुप पर सालों से बीजेपी के समर्थन में मwसेज लिखे हैं.
वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की एक रिपोर्ट का कहना है कि दास के पोस्ट्स में उनके पार्टी को 2014 लोकसभा चुनाव में मदद करने की जानकारी भी शामिल है.
WSJ ने फेसबुक के इंटरनल कम्युनिकेशन सिस्टम पर दास के उन मेसेज को पाया है, जो बीजेपी को खुले समर्थन की तरफ इशारा करते हैं. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "हमने उनके सोशल मीडिया कैंपेन में एक आग लगाई और बाकी इतिहास है." एक और पोस्ट में दास ने लिखा, "भारत को समाजवाद से छुटकारा दिलाने में तीस साल की मेहनत लगी."
विवाद क्या है?
वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने 14 अगस्त को अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया कि अंखी दास ने कम से कम तीन हिंदू राष्ट्रवादी संगठनों और लोगों के खिलाफ कभी 'हेट स्पीच' के नियम के तहत कार्रवाई नहीं की. जबकि कंपनी के कर्मचारियों ने इन लोगों और संगठनों के हिंसा को बढ़ावा देने या उसमें शामिल होने की बात सामने रखी थी.
एक पूर्व कर्मचारी ने WSJ को बताया था कि दास उस टीम की हेड हैं, जो ये फैसला करती है कि प्लेटफॉर्म पर क्या कंटेंट जाएगा और क्या नहीं.
इन कर्मचारियों ने WSJ को बताया, “दास ने स्टाफ मेंबर्स से कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी की पार्टी के नेताओं के उल्लंघनों को सजा देने पर कंपनी की भारत में बिजनेस संभावनाओं को नुकसान होगा.”
इस विवाद में नया क्या हुआ?
WSJ ने अपनी नई रिपोर्ट में फेसबुक के इंटरनल कम्युनिकेशन सिस्टम में अंखी दास के बीजेपी को खुले समर्थन वाले पोस्ट्स को एक्सेस किया. रिपोर्ट में बताया गया कि दास ने 2012 गुजरात विधानसभा चुनाव के सोशल मीडिया कैंपेन के लिए बीजेपी को ट्रेनिंग दी थी. ट्रेनिंग के बाद दास ने लिखा था: "हमारे गुजरात कैंपेन में सफलता."
रिपोर्ट में कहा गया, “जब एक साथी ने दास की एक इंटरनल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि बीजेपी की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की फेसबुक पर नरेंद्र मोदी के पेज से ज्यादा फॉलोविंग है, तो दास ने कहा था: ‘कांग्रेस के साथ तुलना कर उनका कद छोटा मत करो. ओह वैसे- मेरा झुकाव नहीं दिखना चाहिए!!!’”
फेसबुक ने क्या प्रतिक्रिया दी?
फेसबुक के एक प्रवक्ता ने इस दावे को खारिज किया कि दास के बयानों में पक्षपात झलकता है. प्रवक्ता एंडी स्टोन ने WSJ से कहा, "ये पोस्ट संदर्भ के बिना देखे गए हैं और ये भारत में राजनीतिक पार्टियों के लिए फेसबुक के इस्तेमाल के स्कोप की सही तस्वीर नहीं पेश करते."
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए लिखा कि इसमें हैरान करने वाली जानकारी सामने आई हैं.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, “फेसबुक को कोर्ट देना था, खुद बॉल उठाकर खेलने नहीं लगना था.”
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने काउंटर-अटैक करते हुए कहा कि WSJ अंखी दास के AAP और तृणमूल कांग्रेस के समर्थन वाले बयान छोड़ दिए.
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