भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का समर्थन करने वाले संभावित खतरनाक संगठन के रूप में फेसबुक की सिक्योरिटी टीम की ओर से टैग किए जाने के बावजूद, बजरंग दल को राजनीतिक और सुरक्षा कारणों से इस सोशल नेटवर्क पर पनपने की अनुमति दी गई. अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है.
अखबार ने लिखा है कि फेसबुक सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ संबंध रखने वाले दक्षिणपंथी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने से घबराया है क्योंकि “बजरंग दल पर नकेल कसने से कंपनी की व्यावसायिक संभावनाओं और भारत में उसके कर्मचारियों, दोनों को खतरा हो सकता है.”
रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक कर्मचारियों के एक ग्रुप ने एक इंटरनल लेटर में कहा था कि अन्य संगठनों समेत इस प्लेटफॉर्म पर बजरंग दल की मौजूदगी, भारत में हेट स्पीच से निपटने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता पर संदेह खड़े करती है.
इस मामले पर एक फेसबुक प्रवक्ता ने कहा, ‘’हम राजनीतिक स्थिति या पार्टी से जुड़ाव को अलग रखकर वैश्विक स्तर पर खतरनाक व्यक्तियों और संगठनों को लेकर अपनी नीति लागू करते हैं.’’
बता दें कि वॉल स्ट्रीट जर्नल पहले भी भारत में फेसबुक की नीतियों को लेकर रिपोर्ट्स पब्लिश कर चुका है. कुछ महीने पहले उसकी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि बिजनेस का हवाला देते हुए, भारत में फेसबुक की (तत्कालीन) टॉप पब्लिक पॉलिसी एग्जीक्यूटिव ने बीजेपी से जुड़े ग्रुप्स और कम से कम चार लोगों पर हेट स्पीच रूल्स लागू करने का विरोध किया था, बावजूद इस तथ्य के, कि हिंसा को बढ़ावा देने या उसमें हिस्सा लेने के लिए उनकी आंतरिक तौर पर पहचान की गई थी.
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