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30 अगस्त: आज आप अपना बर्थडे इन खास लोगों के साथ मना रहे हैं

इन खास लोगों के साथ आज आप अपना जन्मदिन मना रहे हैं  

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भारत
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क्या आपको पता है कि आज आप किनके साथ अपना जन्मदिन शेयर कर रहे हैं? आप उनके साथ न सिर्फ अपने जन्म का महीना और राशि शेयर कर रहे हैं, बल्कि ये तारीख (30 अगस्त) भी!

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वॉरेन बफेट

इन खास लोगों के साथ आज आप अपना जन्मदिन मना रहे हैं  
वॉरेन बफेट मिट्टी को सोने में बदल देने वाले इनवेस्टर हैं
(फोटो: PTI)

दिग्गज इनवेस्टर वॉरेन बफेट आज अपना 89वां जन्मदिन मना रहे हैं. बफेट एक वक्त दुनिया के सबसे अमीर शख्स थे. लेकिन चैरिटी के काम के लिए अपनी ज्यादातर संपत्ति दान देने की वजह से वह रैंकिंग में लगातार नीचे आते जा रहे हैं. 2006 में उन्होंने कल्याणकारी कामों के लिए चैरिटी की शुरुआत की थी.

वॉरेन बफेट मिट्टी को सोने में बदल देने वाले इनवेस्टर हैं. बफेट ने साल 1965 में बर्कशायर हैथवे नाम की संकटग्रस्त टेक्सटाइल मिल को खरीदकर 400 अरब डॉलर से ज्यादा के विशाल और डाइवर्सिफाइड कारोबारी साम्राज्य में बदल दिया और इस दौरान कंपनी के शेयर की कीमत 12 हजार गुना बढ़ गई.

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भगवतीचरण वर्मा

इन खास लोगों के साथ आज आप अपना जन्मदिन मना रहे हैं  
भगवतीचरण वर्मा का पहला कविता संग्रह साल 1932 में पब्लिश हुआ था
(फोटो: TheQuint)

हिंदी के महान साहित्यकार भगवतीचरण वर्मा का आज 116वां जन्मदिन है. भगवती चरण वर्मा की मशहूर लेख की बात करें, तो ‘चित्रलेखा’ का नाम सबसे ऊपर आता है. कहा जाता है कि इस कृति की रचना उस दौर में हुई, जब पूरी दुनिया में मॉरलिटी के ऊपर ग्रंथ रचे जा रहे थे. ऐसे समय में वर्मा ने चित्रलेखा जैसे बोल्ड उपन्यास की रचना की.

भगवतीचरण वर्मा का जन्म आज ही के दिन साल 1903 में यूपी के उन्नाव जिले में हुआ था. उनका पहला कविता संग्रह साल 1932 में 'मधुकण' के नाम से पब्लिश हुआ था. साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए भारत सरकार ने इन्हें साल 1971 में पद्म भूषण से सम्मानित किया.

ये भी पढ़ें- भगवतीचरण वर्मा की जयंती पर सुनिए उनकी कविता, ‘हम दीवानों की...’

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शैलेंद्र

इन खास लोगों के साथ आज आप अपना जन्मदिन मना रहे हैं  
शैलेंद्र, जिनके नगमे आज भी लोगों को झूमने पर मजबूर करते हैं
(फोटो: wiki)

महान गीतकार शैलेंद्र का आज 96वां जन्मदिन है. शैलेंद्र, जिनके नगमे आज भी लोगों को झूमने पर मजबूर कर देते हैं, एक कवि जिसकी कविताओं ने आजादी की अलख जलाई. कुछ ऐसे ही थे शैलेंद्र, जिन्होंने अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जी. मुंबई में वेल्डर का काम करने वाले शैलेंद्र ने कभी सोचा भी नहीं था कि वो कभी गीतकार बनेंगे.

शैलेंद्र का जन्म पाकिस्तान के रावलपिंडी में 30 अगस्त, 1923 में हुआ था. उनका असली नाम शंकरदास केसरीलाल था. साल 1949 में शैलेंद्र ने सबसे पहले राजकपूर की फिल्म बरसात के लिए गाना लिखा. बरसात के बाद शैलेंद्र, राज कपूर और शंकर जयकिशन की ऐसी जोड़ी जमी, जो सालों तक चली. राज कपूर की करीब हर फिल्म के गीतकार शैलेंद्र ही हुआ करते थे. उन्होंने एक से एक नायाब गीत लिखे, जो जिंदगी की सच्चाई से भी रूबरू कराते हैं. इसके बाद तो शैलेंद्र ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

ये भी पढ़ें- शैलेंद्र: बॉलीवुड के गीतों का ‘आवारा’,‘फिर भी दिल है हिंदुस्‍तानी’

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हैप्पी बर्थडे!

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