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19 अक्टूबर: आज आप अपना बर्थडे इन खास लोगों के साथ शेयर कर रहे हैं

क्या आपको पता है कि आज आप किनके साथ अपना जन्मदिन शेयर कर रहे हैं?

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क्या आपको पता है कि आज आप किनके साथ अपना जन्मदिन शेयर कर रहे हैं? आप उनके साथ न सिर्फ अपने जन्म का महीना और राशि शेयर कर रहे हैं, बल्कि ये तारीख (19 अक्टूबर) भी!

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सनी देओल

हिन्दी फिल्मों के मशहूर एक्टर सनी देओल आज अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं. सनी पुराने जमाने के मशहूर एक्टर धर्मेंद्र के बेटे हैं. हेमा मालिनी उनकी सौतेली मां हैं. बॉबी देओल छोटे भाई हैं.

सनी का जन्म साल 1956 में आज ही के दिन पंजाब में हुआ था. उनकी पहली फिल्म 'बेताब' साल 1983 में रिलीज हुई हुई थी. फिल्म 'बॉर्डर' और 'गदर' काफी हिट रही है. इन फिल्मों में सनी देओल के डायलॉग आज भी लोगों के जुबान पर रटे हुए हैं.

साल 1990 में सनी की फिल्म घायल रिलीज हुई थी. 1991 में उन्हें इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला. 2016 में घायल फिल्म का सीक्वल 'घायल वन्स अगेन' रिलीज हुआ.

श्यामक डावर

जाने माने कॉरियोग्राफर और डांस गुरु श्यामक डावर आज अपना 58वां जन्मदिन मना रहे हैं. श्यामक डावर की डांस कंपनी बॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारों को डांस सिखाती है. फिल्मों और अवॉर्ड शो जैसे- आइफा, फिल्मफेयर के लिए बॉलीवुड एक्टर-एक्ट्रेस इसी कंपनी से डांस सीखते हैं. डावर दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के कॉरियोग्राफी डायरेक्टर भी रह चुके हैं.

श्यामक डावर ने कॉरियोग्राफी में अपने करियर की शुरुआत यश चौपड़ा की फिल्म 'दिल तो पागल है' से की थी. खास बात ये है कि इस पहली फिल्म के गाने के लिए ही उन्हें बेस्ट कॉरियोग्राफी का नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिल गया था.

बॉलीवुड फिल्मों में जिस तरह से डांस कल्चर बदलता जा रहा है, इसका श्रेय श्यामक डावर को ही जाता है. श्यामक 'ताल', 'बंटी और बबली', 'धूम 2', 'तारे जमीन पर', 'रब ने बना दी जोड़ी' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों के लिए कोरियोग्राफी कर चुके हैं. इसके अलावा हॉलीवुड फिल्म 'मिशन इम्पॉसिबल 4' के लिए भी कोरियोग्राफी की है.

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सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर

भारतीय-अमेरिकी खगोलशास्त्री सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर का जन्म साल 1910 में आज ही के दिन हुआ था. साल 1968 में उन्हें पद्म विभूषण और 1983 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. अफसोस, अगस्त 1995 में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

सुब्रह्मण्याम ब्रिटिश काल के दौरान पाकिस्तान में स्थित लाहौर में हुआ था. मद्रास के प्रेसीडेंसी कॉलेज से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की थी. तब तक उनके कई लेख 'इंडियन जर्नल ऑफ फिजिक्स', 'प्रोसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी' समाचार पत्रों में छप चुके थे.

24 साल की उम्र यानी कि 1934 में उन्होंने तारो के गिरने और गायब होने की अपनी वैज्ञानिक जिज्ञासा सुलझा ली थी. 27 साल की उम्र में खगोलशास्त्री के रूप में अपनी अच्छी पहचान बना चुके थे.

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हैप्पी बर्थडे!

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