ADVERTISEMENTREMOVE AD

कृषि बिलों पर हंगामे के बीच फसलों की बढ़ी MSP,PM ने बताया-ऐतिहासिक

कृषि विधेयकों पर विपक्षी पार्टियों और किसानों का प्रदर्शन जारी है

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

कृषि बिलों को लेकर संसद और सड़कों पर हुए जोरदार हंगामे के बाद अब केंद्र सरकार ने फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने का फैसला किया है. देशभर के किसान इस बात से चिंतित थे कि नए कृषि बिल उनके मौजूदा एमएसपी सिस्टम पर असर डाल सकते हैं, जिससे उन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है. जिसके बाद अब कैबिनेट ने फसलों की एमएसपी बढ़ाने का ये फैसला किया है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर इस फैसले को ऐतिहासिक बताया.

इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेकिसानों से कहा था कि उन्हें मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य में किसी भी तरह की कोई कटौती नहीं होने वाली है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैबिनेट के इस फैसले को लेकर पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा कि इससे किसानों की आय दोगुनी होगी. उन्होंने लिखा,

“अधिक एमएसपी जहां किसानों को सशक्त करेगी, वहीं उनकी आय दोगुनी करने में भी मदद करेगी. कृषि सुधारों को संसद की मंजूरी के साथ बढ़ी हुई एमएसपी से अन्नदाताओं की गरिमा और समृद्धि सुनिश्चित होगी. जय किसान!”

इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए काम कर रही है. उन्होंने नाराज किसानों को लेकर कहा, “किसानों के कल्याण के लिए कार्य करना हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है. अन्नदाताओं के हित में काम करने की हमारी प्राथमिकताओं के अनुरूप कैबिनेट ने एमएसपी बढ़ाने का एक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है. इससे करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे.”

किस फसल पर कितनी बढ़ी MSP

केंद्र सरकार की तरफ से गेंहू की फसल पर एमएसपी बढ़ाई गई है. बता दें कि ये वो फसल है जो पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा किसान उगाते हैं और इसे बेचते हैं. पिछले कई दिनों से कृषि बिलों को लेकर इन दोनों राज्यों के किसान उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. गेंहू पर एमएसपी को 50 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है. जिसके बाद इस सीजन में गेंहू की एमएसपी 1975 रुपये प्रति क्विंटल रहेगी.

गेंहू के अलावा चने की एमएसपी को 225 रुपये प्रति क्विंटल और मसूर की फसल के लिए 300 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से एमएसपी बढ़ा दी गई है. इनके अलावा सरसों के लिए 225 और जौ के लिए 75 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी बढ़ाई गई है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×