3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं, इसी बीच आंदोलन के मुद्दे पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच मुलाकात हुई. दोनों के बीच मुलाकात में किसानों की मांग से लेकर उनके आंदोलन को समाप्त करने पर चर्चा हुई. कैप्टन अमरिंदर ने मीटिंग के बाद कहा कि सरकार और किसानों के बीच जल्द कोई हल निकलना चाहिए. इसका असर राष्ट्र की सुरक्षा पर भी पड़ रहा है.
अमित शाह से मिलने के बाद कैप्टन अमरिंदर ने कहा,
“किसानों और केंद्र के बीच चर्चा चल रही है, मेरे पास हल निकालने के लिए कुछ भी नहीं है. मैंने गृह मंत्री के साथ अपनी बैठक में अपना विरोध दोहराया और उनसे इस मुद्दे को हल करने का अनुरोध किया क्योंकि यह मेरे राज्य की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की सुरक्षा को प्रभावित करता है.”
बता दें कि केंद्र सरकार के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसान विरोध कर रहे हैं. कानून के खिलाफ प्रदर्शन के लिए किसानों ने 26-27 नवंबर को दिल्ली चलो आंदोलन का ऐलान किया था. लेकिन दिल्ली आने से पहले उन्हें दिल्ली-हरियाण बॉर्डर पर रोक लिया गया. जिसके बाद से किसान पिछले सात दिनों से दिल्ली आने वाले अलग-अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. वे कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. हालांकि सरकार ने बाद में किसानों को कुछ शर्तों के साथ दिल्ली आने की इजाजत दी थी, लेकिन किसानों ने उसे नकार दिया.
वहीं इन सबके बीच मंगलवार को सरकार और किसान नेताओं की बातचीत हुई. हालांकि, ये बातचीत बेनतीजा रही और आज फिर एक बार कृषि मंत्री और किसानों की मुलाकात है.
5 दिसंबर को किसानों का बड़ा विरोध प्रदर्शन
इससे पहले क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने सिंघु बॉर्डर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "हम तीन दिसंबर को जश्न मनाएंगे, जब कई दशक पहले भोपाल गैस त्रासदी को कॉर्पोरेट विरोधी दिवस के रूप में मनाया गया था, पांच दिसंबर को हम मोदी सरकार और कॉर्पोरेट घरानों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे और उनके पुतले जलाएंगे,"
किसान आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों के परिवार को 5 लाख रुपए देगी पंजाब सरकार
वहीं इसके अलावा सीएम अमरिंदर सिंह ने कृषि कानून विरोध प्रदर्शन के दौरान मानसा और मोगा के दो किसानों की मौत पर परिवार को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. उन्होंने दोनों किसानों के परिवारों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की ह
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