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गाजीपुर बॉर्डर से कील हटाए जाने पर पुलिस बोली, री-पोजिशनिंग हो रही

केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन जारी 

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केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बीच गुरुवार सुबह इस तरह की तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जिनमें दिखा कि बैरिकेडिंग के पास लगी कीलें हटाई जा रही हैं. हालांकि, इसके कुछ देर बाद ही दिल्ली पुलिस ने इस मामले पर स्पष्टीकरण जारी किया.

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न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने कहा है, ‘’ऐसी वीडियो और तस्वीरें सर्कुलेट हो रही हैं, जिनमें यह दिखाया जा रहा है कि गाजीपुर बॉर्डर से कीलें हटाई जा रही हैं. इनकी सिर्फ जगह बदली जा रही है. बॉर्डर पर व्यवस्था की पोजिशन पहले जैसी ही है.’’

किसानों से मिलने पहुंचे विपक्षी दलों के नेता

एनडीटीवी के मुताबिक, गुरुवार को प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने के लिए 10 राजनीतिक दलों के 15 सांसद गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे. इन नेताओं में शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल, एनसीपी की सुप्रिया सुले, डीएमके की कनिमोझी और टीएमसी के सौगत रॉय शामिल थे.

इस बारे में हरसिमरत कौर ने बताया, ‘’हम यहां आए क्योंकि इस मुद्दे (किसानों के प्रदर्शन) पर संसद में चर्चा कर सकें, स्पीकर हमें यह मुद्दा उठाने नहीं दे रहे. अब सभी पार्टियां, यहां जो हो रहा है, उसकी डीटेल्स देंगी.’’

इसके अलावा उन्होंने कहा, '' मीडिया में निकल रहा है कि किस तरह 13 लेवल की बैरिकेडिंग की गई है, इतना तो हिंदुस्तान के अंदर पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है.''

अकाली दल की नेता ने ट्वीट कर कहा कि सांसदों को भी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों से नहीं मिलने दिया जा रहा, यह सही मायने में लोकतंत्र के लिए 'काला दिन' है.

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