मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी दी है. मलिक ने एक कार्यक्रम में कहा कि अगर किसानों को अपमानित कर दिल्ली से भेजा गया तो वो इस बात को 300 सालों तक नहीं भूलेंगे. इस दौरान मलिक ने ऑपरेशन ब्लू स्टार का भी जिक्र किया.
अपने गृहराज्य बागपत में एक सभा को संबोधित करते हुए मेघालय के राज्यपाल ने एक पत्रकार का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने जर्नलिस्ट से कहा कि वो प्रधानमंत्री को किसान आंदोलन के मुद्दे पर समझाएं. मलिक ने कहा,
“मैं कल एक बड़े पत्रकार से मिला, जो प्रधानमंत्री के अच्छे दोस्त हैं. मैंने उनसे कहा कि मैंने तो कोशिश कर ली, लेकिन अब तुम उनको समझाओ ये गलत रास्ता है. किसानों को दबाकर, अपमानित कर के दिल्ली से भेजना. पहले तो ये जाएंगे नहीं, ये जाने के लिए नहीं आए हैं. दूसरा चले गए तो 300 वर्ष भूलेंगे नहीं. लिहाजा इन्हें कुछ दिया जाए.”
“MSP को कानूनी मान्यता दी जाए”
मेघालय के राज्यपाल ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि MSP को कानूनी मान्यता दे दी जाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार MSP को कानूनी मान्यता दे देती है तो बाकी सब वो देख लेंगे.
ऑपरेशन ब्लू स्टार का भी किया जिक्र
इस दौरान सत्यपाल मलिक ने ऑपरेशन ब्लू स्टार का भी जिक्र किया. मलिक ने इशारा किया कि सिखों का आंदोलन सरकार के लिए अच्छा नहीं साबित होगा.
उन्होंने कहा, “अगर ये ज्यादा चलता है तो मैं नहीं जानता कि आप में से कितने लोग जानते हो लेकिन मैं सिखों को जानता हूं. मिसेज गांधी ने जब ब्लूस्टार किया तो उन्होंने अपने फार्महाउस पर एक महीना महामृत्युंजय का यज्ञ कराया.”
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि अरुण नेहरू ने जब इंदिरा गांधी से इसका कारण पूछा था, तो उन्होंने कहा था, "मैंने इनका अकाल तख्त तोड़ा है. ये मुझे छोड़ेंगे नहीं."
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