कृषि कानून पर किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर 7 महीने से चल रहा है ऐसे में किसान सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए नजर आ रहे हैं. इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि, 'चार लाख ट्रैक्टर भी यही हैं, वो 25 लाख किसान भी यही हैं.' इस मसले पर राकेश टिकैत ने आईएएनएस से बात की और उन्होंने कहा कि, 'सरकार आंदोलन में बाहर की फंडिंग, खालिस्तानी, पाकिस्तानी बताते हैं. हम इन सब का नाम तक नहीं लेते. ये ट्रैक्टर अफगानिस्तान से नहीं आए हैं.'
26 जनवरी के दिन हर साल परेड निकलती है- टिकैत
उन्होंने आगे कहा कि, "ट्रैक्टर हिंदुस्तान के थे और लोग भी यहीं के थे कोई चाइना से नहीं आया. वहीं 26 तारीख हर महीने आती है. 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस होता है, इस दिन परेड निकलती है."
दरअसल तीन नए अधिनियमित खेत कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम 2020, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020 पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता हेतु सरकार का विरोध कर रहे हैं .
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