वित्तमंत्री अरुण जेटली की तबियत खराब है. उन्हें किडनी से जुड़ी बीमारी है. हालांकि जेटली को अभी हॉस्पिटल में भर्ती नहीं कराया गया है, उन्हें सलाह दी गई है कि इंफेक्शन से बचने के लिए घर के बाहर ना निकलें. इस बात की जानकारी खुद वित्त मंत्री ने दी.
अरुण जेटली ने कहा, ”मुझे किडनी से जुड़ी समस्या है और इसके इलाज किया जा रहा है. मैं आजकल घर से ही काम कर रहा हूं. मेरे आगे के इलाज के बारे में डॉक्टर से सलाह मशवरा चल रहा है.”
वित्तमंत्री सोमवार से दफ्तर नहीं जा रहे हैं. यहां तक कि राज्यसभा के लिए दोबारा चुने जाने के बाद उन्होंने राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ नहीं ली है. वो उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए हैं. हाल ही में राज्यसभा के लिए चुने गए 58 सांसदों में ज्यादातर ने शपथ ले ली है. जबकि जेटली शपथ नहीं ले पाए हैं.
घर पर ही इलाज
वित्तमंत्री के करीबी सूत्रों का यही कहना है कि फिलहाल एम्स के डॉक्टर जेटली के घर में ही उनका इलाज कर रहे हैं. लेकिन जेटली को किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत है या नहीं इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है.
डॉक्टर की सलाह के बाद उन्हें एम्स के कार्डियो-न्यूरो टावर में भर्ती कराया जा सकता है. इस टावर में अत्याधुनिक उपकरण हैं.
वित्तमंत्री भले ही दफ्तर नहीं जा रहे हैं पर घर से ही वो सभी जरूरी सरकारी काम निपटा रहे हैं. मोदी सरकार में सबसे महत्वपूर्ण मंत्री जेटली वित्तमंत्री के तौर पर मौजूदा सरकार के 5 बजट पेश कर चुके हैं.
मौजूदा बजट पर उन्हें जवाब देने का मौका नहीं मिल पाया क्योंकि हंगामे की वजह से लोकसभा में बिना चर्चा के ही बजट को पास कर दिया गया, जबकि राज्यसभा में अब बजट पर चर्चा नहीं हो पाई है और संसद का मौजूदा सत्र शुक्रवार को खत्म हो रहा है.
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