दिल्ली के करोलबाग में होटल अर्पित पैलेस में लगी आग में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने होटल जनरल मैनेजर और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. मामला आईपीसी की धारा 304 और 308 के तहत दर्ज किया गया है. दोनों धाराओं के तहत सात साल तक की सजा हो सकती है.
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि होटल के जनरल मैनेजर राजेंद्र और मैनेजर विकास को गैर इरादत हत्या के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद से होटल मालिक शरदेंदू गोयल फरार है.
बता दे, दिल्ली में करोलबाग के होटल अर्पित पैलेस में मंगलवार तड़के साढ़े चार बजे अचानक आग लग गई. इस हादसे में 17 मेहमानों की जान चली गई. इनमें वो दो लोग भी शामिल हैं जिन्होंने जान बचाने की कोशिश में इमारत से छलांग लगा दी थी. फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है.
जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूदे लोग
जान बचाने के लिए होटल के दो कर्मचारी बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूद गए. उनके कूदने का ये वीडियो वहां मौजूद एक चश्मदीद ने बनाया, जो अब काफी शेयर किया जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार दोनों कर्मचारियों को बचाया नहीं जा सका.
8 शवों को बाहर निकाला गया
फायर ब्रिगेड ने होटल के कांच तोड़कर लोगों को बाहर निकाला. अधिकारी सुनील चौधरी ने बताया कि होटल से अब तक 8 शवों को बाहर निकाला जा चुका है.
दिल्ली फायर डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि लगभग सुबह 4:30 बजे होटल में आग लगने का फोन आया और 25 फायर टेंडर्स को तुरंत मौके पर भेजा गया.
मामले की जांच के आदेश
दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. "सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
“सभी नियमों का पालन हुआ”
दिल्ली होटल एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट बालन मणि ने बताया कि होटल के डक्ट में आग लगने के कारण आग लगी, जो देखते ही देखते सभी कमरों में फैल गई. होटल में आग बुझाने के सभी इंतजाम थे.
नोएडा के अस्पताल में भी लगी थी आग
कुछ दिन पहले नोएडा के सेक्टर 12 में स्थित मेट्रो अस्पताल में भीषण आग लग गई थीं. आग बुझाने के लिए दमकल की करीब 6 गाड़ियों को मौके पर पहुंचना पड़ा था.
जिस दौरान आग लगी थी, तब दो दर्जन से ज्यादा मरीज अस्पताल में फंसे थे. बताया जा रहा था कि आग लगने के बाद अस्पताल में इतना धुआं था कि मरीजों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी. ऐसे में अस्पताल के शीशे तोड़कर मरीजों को बाहर निकाला गया था. इसके बाद मरीजों को सेक्टर 11 स्थित मेट्रो हॉस्पिटल की ब्रांच में शिफ्ट किया गया.
(स्टोरी अपडेट की जा रही है)
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