भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से मिलने के बाद अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ एक साझा बयान जारी किया है.
बयान में कहा गया है कि दोनों देश एक व्यापक द्विपक्षीय वार्ता के लिए सहमत हो गए हैं. दोनों देशों के विदेश सचिवालय इस बारे में आगे की तैयारी पूरी करेंगे.
पाकिस्तान ने 26/11 मुंबई हमलों में वांछित आतंकवादियों पर शीघ्र कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है. पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि आतंकवाद को बाकी सभी मुद्दों के ऊपर वरीयता दी जाएगी. साथ ही कश्मीर और सियाचिन मुद्दों पर भी बात करने का भी आश्वासन दिया है.
हुर्रियत ने किया वार्ता का स्वागत
हुर्रियत के नरम धड़े ने सुषमा की पाकिस्तान यात्रा के साथ-साथ वार्ता की प्रक्रिया शुरू होने पर खुशी जताई है. साथ ही नेताओं ने यह भी दोहराया कि कश्मीरियों को शामिल किए बिना कश्मार संबंधी समस्या का समाधान ममकिन नहीं है.
बेंकॉक में दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच वार्ता प्रक्रिया की बहाली का हम स्वागत करते हैं. साथ ही दोनों देशों के बीच शुरू हुई बातचीत और सुषमा स्वराज की पाकिस्तान यात्रा सराहनीय है.मीरवाइज उमर फारूक, चेयरमैन, हुर्रियत
पर उन्होंने यह भी जोड़ा कि “दो देशों के बीच कश्मीर पर हुई कोई भी बात तब तक अधूरी रहेगी जब तक कश्मीरियों को इसमें शामिल नहीं किया जाता.”
उन्होंने कहा कि केंद्र को कश्मीर पर लचीला रवैया अपनाना होगा.
खास मुद्दे
- दोनों देशों के विदेश मंत्रालय इन खास बिंदुओं को लेकर बैठक करेंगे.
- शांति एवं सुरक्षा
- विश्वास बहाली के उपाय
- जम्मू व कश्मीर
- सियाचिन
- सर क्रीक
- वुलर बैराज/तुलबुल नैविगेशन प्रोजेक्ट
- आर्थिक एवं व्यवसायिक सहयोग
- आतंकवाद का मुकाबला
- नशा नियंत्रण
- मानवीय मुद्दे
- लोगों का आदान-प्रदान
- धार्मिक पर्यटन
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