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इंदिरा ने अपनी नई नवेली बहू सोनिया को बताया था ससुराल का ये कायदा

सोनिया गांधी को भारत पहुंचते ही सासू जी ने समझाया कि सबसे पहले यही काम करो

Published
भारत
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सासू जी ने जब अपनी बहू को घर के कायदे सिखाए तो पहली बात यही कहा कि जल्द से जल्द हिंदी सीखो और घर के सदस्यों से ज्यादा से ज्यादा हिंदी में बात किया करो.

ये सास थीं भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और राजीव गांधी की मां इंदिरा गांधी और वो जिस बहू को सलाह दे रही थीं वो हैं सोनिया गांधी, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2018 में सोनिया गांधी ने बताया कि जब राजीव गांधी ने क्रैम्बिज यूनिवर्सिटी में उन्हें अपनी मां इंदिरा गांधी से मिलाया था तब दोनों के बीच फ्रेंच में बातचीत हुई थी.

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सोनिया के मुताबिक उन्होंने जब क्रैम्बिज में दाखिला लिया तो वो अंग्रेजी भी नहीं जानती थीं. इसलिए इंदिरा गांधी ने उनसे फ्रेंच में बात की. लेकिन बाद में उन्होंने अंग्रेजी सीख ली.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में जब सोनिया गांधी से पूछा गया कि राजीव गांधी से शादी करके भारत आने के बाद उन्हें सबसे बड़ी चुनौती क्या महसूस हुई? इस पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा...

मेरे सामने बहुत सारी चुनौतियां थीं. मेरी सास यानी इंदिरा गांधी हम लोगों पर जोर डालती थीं कि हिंदी में बात किया करो, घर में हिंदी बोला करो.

सोनिया ने बताया कि हिंदी सीखने के लिए उन्होंने दिल्ली के ग्रीन पार्क में एक इंस्टीट्यूट भी कोचिंग भी ली. लेकिन उन्होंने अफसोस जताया कि शुरुआती दिनों में उनसे हिंदी सीखने की कुछ अनदेखी हो गई.

सोनिया ने कहा उन्हें हिंदी के मुकाबले अंग्रेजी ज्यादा बोलने की खराब आदत पड़ गई, जबकि इसका उलटा होना चाहिए था.

तो फिर उऩ्होंने हिंदी कैसे सीखी, इस पर सोनिया गांधी ने बताया कि शुरुआती कोर्स से उन्हें बहुत फायदा हुआ क्योंकि हिंदी व्याकरण की समझ हो गई थी और हिंदी बोलना और लिखना और पढ़ना थोड़ा आसान हो गया.

लेकिन बीस साल तक कांग्रेस अध्यक्ष रहने वाली सोनिया ने एक जवाब से सबको हैरान कर दिया. उन्होंने बताया कि भाषण देना कभी उनका मजबूत पक्ष नहीं रहा. अभी भी भाषण के मामले में स्ट्रैस होता है.

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