भारत के इतिहास में पहली बार कोई राजनेता राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) का सदस्य बन सकता है. पिछले दो साल से खाली पड़े एनएचआरसी के एक पद पर मोदी सरकार बीजेपी के उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना को नियुक्त कर सकती है.
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक यह पहली बार है कि कोई सक्रिय राजनीतिज्ञ एनएचआरसी का सदस्य बनेगा. बीजेपी के उपाध्यक्ष और जम्मू कश्मीर में पार्टी के इंचार्ज अविनाश राय खन्ना जो की इस साल के अप्रैल तक राज्यसभा के सदस्य भी थे, अगले कुछ दिनों में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्ति किये जा सकते हैं.
एनएचआरसी का सदस्य एक उच्चस्तरीय कमेटी चुनती है. जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं. इसमें लोकसभा स्पीकर, केंद्रीय गृहमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता, राज्यसभा के विपक्ष के नेता और राज्यसभा के उपसभापति शामिल होते हैं.
बिना विरोध के चुने गए अविनाश
पिछले महीने एक बैठक हुई थी जिसमे अविनाश राय के अलावा और भी कुछ नाम थे लेकिन आखरी में अविनाश को ही चुना गया. बता दें कि अविनाश का नाम बिना किसी विरोध के फाइनल हुआ. इससे पहले पंजाब की शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी गठबंधन सरकार ने अविनाश खन्ना को पंजाब में राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया था. लेकिन राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था.
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