जम्मू-कश्मीर (Jammu- Kashmir) के श्रीनगर में आज से जी 20 टूरिज्म ग्रुप (G20 Meeting in Srinagar) की बैठक का आगाज होगा. तीन दिवसीय बैठक को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. आज होने वाली बैठक डल झील के तट पर शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में आयोजित होगी. इस मीटिंग में जी20 के सदस्य देशों के लगभग 60 प्रतिनिधि के शामिल होने की उम्मीद है. हालांकि, चीन ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है.
श्रीनगर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
G20 की बैठक के मद्देनजर श्रीनगर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. कार्यक्रम स्थल के चारों ओर राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और MARCOS कमांडो को तैनात किया गया है. किसी भी आतंकी घटना को रोकने और सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक विशेष अभियान समूह (SOG) को भी तैनात किया गया है.
साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद इस तरह का यह पहला अंतरराष्ट्रीय आयोजन है. पहली जी20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक गुजरात में और दूसरी पश्चिम बंगाल में हुई थी.
चीन ने बनाई बैठक से दूरी
चीन ने G20 की इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने शुक्रवार को कहा, "चीन विवादित क्षेत्रों में किसी भी रूप में G20 बैठक आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है और ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होगा."
भारत ने यह कहते हुए चीन की आपत्ति का पलटवार किया कि वो अपने क्षेत्र में बैठकें करने के लिए स्वतंत्र है.
सऊदी अरब ने इस आयोजन के लिए पंजीकरण नहीं कराया है. वहीं तुर्की के भी बैठक में शामिल नहीं होने की खबर है. मीटिंग में भाग लेने वाले सदस्य देशों में सिंगापुर का सबसे बड़ा दल है, जिसमें उसके उच्चायुक्त साइमन वोंग भी शामिल हैं. वहीं, बांग्लादेश के उच्चायुक्त मुस्ताफिजुर रहमान और दक्षिण कोरियाई राजदूत चांग जे-बोक भी तीन दिवसीय बैठक में शामिल हो सकते हैं.
बैठक का उद्देश्य क्या है?
जी20 के चीफ को-ऑर्डिनेटर हर्षवर्धन श्रृंगला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछली दो बैठकों की तुलना में इस बार विदेशी प्रतिनिधियों की भागीदारी सबसे ज्यादा होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि,
"बैठक का मकसद भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक पहचान को दुनिया के सामने पेश करना और भारत की पर्यटन क्षमता को दुनिया के सामने बढ़ावा देना है."
इस बैठक को लेकर स्थानीय लोगों में भी उत्साह है. श्रीनगर निवासी बिलाल अहमद ने कहा कि, "मैं सरकार का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने कश्मीर में G20 कराने का फैसला लिया. आज से G20 की शुरुआत होने वाली है तो हम इसका तहे दिल से स्वागत करते हैं क्योंकि ये हमारे कश्मीर के विकास के लिए है. पहली बार हमारे कश्मीर में कुछ अच्छा हो रहा है."
बता दें कि श्रीनगर में G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक 22-24 मई तक चलेगी. वहीं जी20 टूरिज्म ग्रुप की चौथी बैठक अगले महीने गोवा में होगी जिसके बाद मंत्रिस्तरीय बैठक होगी.
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