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गणेश चतुर्थी 2020: हर तीन घंटे में सैनिटाइज होगा 'बॉलीवुड पंडाल'

जिस पंडाल में आते थे बॉलीवुड सितारे, उसमें भी सादगी से मनेगा गणेश उत्सव

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महाराष्ट्र का सबसे बड़ा उत्सव यानी गणेश उत्सव शनिवार से शुरू हो रहा है. लेकिन कोरोना काल के बीच हो रहा ये उत्सव हर साल की तरह उतना भव्य नहीं होने वाला है. मुंबई के कई बड़े गणेश पंडालों में इसकी झलक देखने मिलेगी. मुंबई के बड़े गणेश पंडालो में से एक अंधेरी के राजा मंडल ने भी इस बार गणेश उत्सव बड़ी ही सादगी से मनाने का फैसला किया है. बीएमसी के आदेश का पालन करते हुए गणपति की मूर्ति महज 4 फुट की रखी है.

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अंधेरी राजा मतलब बॉलीवुड का गणपति

कोरोना के चलते पंडाल को हर 3 घंटे में सैनिटाइज करने का फैसला भी मंडल ने लिया है. अंधेरी के राजा को बॉलीवुड का भी गणपति भी कहा जाता है. क्योंकि हर साल यहां पर बड़ी संख्या में बॉलीवुड के सितारे बप्पा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

लेकिन इस बार गणेश भक्तों को बप्पा के दर्शन करीब से नहीं हो सकेंगे. मंडल ने फैसला लिया है की बप्पा की मूर्ति जिस स्टेज पर विराजमान होगी वहां किसी को भी जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

हर साल अंधेरी के राजा का डेकोरेशन और सेट आकर्षण का केंद्र रहते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के चलते सब कुछ रद्द कर दिया गया है. मंडल ने इस बार गणपति के लिए चंदा भी इकट्ठा नहीं किया है. मंडल का कहना है की बप्पा की आरती में शामिल होने वालों के लिए जूम ऐप का लिंक भेजा जाएगा. जिसके जरिए लोग आरती में शामिल हो सकेंगे. वहीं मूर्ति का विसर्जन भी पंडाल के बाहर कृत्रिम तलाब में ही किया जाएगा.

कोरोना के बीच ऐसे मनेगा गणेश उत्सव

  • जो लोग घरों में गणपति बप्पा की स्थापना करते हैं उन्हें बीएमसी ने सलाह दी है कि प्रतिमा को 3-4 दिन पहले ही घर ले लाएं. आमतौर पर मूर्ति को 1 दिन पहले घर पर लाने की प्रथा है.
  • मुंबई में कोरोना वायरस को देखते हुए बीएमसी ने मूविंग विसर्जन स्थल बनाने की योजना बनाई है. हर वार्ड में ये विसर्जन स्थल घूमेंगे जिसमें लोग बप्पा की मूर्ति का विसर्जन कर सकेंगे. ये दरअसल ट्रक होंगे जिसमें पानी भरा जाएगा.
  • मुंबई में बीएमसी ने 167 कृत्रिम विसर्जन स्थल तैयार किए हैं. BMC ने कहा है कि जिन लोगों से नेचुरल विसर्जन स्थल 1-2 किलोमीटर दूर हैं, वो विसर्जन स्थल पर जाना टालें.
  • कंटेन्मेंट जोन वाले इलाके के लोगों से खास तौर पर कृत्रिम तलाब में ही विसर्जन करने की सूचना दी गई है.
  • साथ ही लोगों से कहा गया है कि वे विसर्जन से पहले होने वाली आरती और विधि घर पर ही पूरी कर लें.
  • इस बार समुद्र में मूर्ति विसर्जन नहीं होगा. जो मूर्ति विसर्जन मंडल ऐसा करते हैं उन्हें बीएमसी को मूर्ति देनी होगी

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