कृषि कानून और अन्य मांगों पर सरकार के साथ सहमति बनने के बाद किसान दिल्ली सीमाओं से वापस अपने घर की ओर रवाना हो गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर(Ghazipur Border) पर बीकेयू (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत(Rakesh Tikait) के नेतृत्व में सभी किसानों ने आज बॉर्डर को पूर्ण रूप से खाली कर दिया है.
गाजीपुर बॉर्डर खाली करने से पहले किसानों ने सुबह हवन किया और सभी को धन्यवाद देते हुए बॉर्डर खाली कर दिया. इस अवसर पर राकेश टिकैत और अन्य किसान अब जीत का जश्न मनाते हुए बॉर्डर से मोदीनगर, मेरठ, दौराला टोल प्लाजा, मंसूरपुर होते हुए सौरम और अपने गांव सिसौली पहुंचेंगे.
भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बॉर्डर खाली करने के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि,
मैं सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. दिल्ली की सीमाओं पर जिन लोगों ने लंगर चलाया, उनको भी धन्यवाद देना चाहता हूं. अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ है सिर्फ स्थगित हुआ है
गाजीपुर बॉर्डर पर सुबह से ही काफी जश्न का माहौल था. बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं खुशी में थिरकते हुए भी नजर आए. नौजवान युवाओं ने ट्रैक्टरों पर गाने बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया.
380 दिनों के बाद टिकैत की घर वापसी
किसानों के स्वागत के लिए सिसौली गांव को दुल्हन की तरह सजाया गया है. किसान भवन को भी रौशनी से जग मग किया गया है, क्योंकि राकेश टिकैत व अन्य किसान 380 दिनों से अधिक समय बाद अपने घर की दहलीज पर कदम रखेंगे. इससे पहले सिंघु व टीकरी बॉर्डर से किसानों ने बॉर्डर खाली कर दिया था. अब नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के कर्मचारी एक्सप्रेस वे पर सफाई , बिजली के तारों की मरम्मत में लगे हुए हैं ताकि आम नागरिकों के लिए जल्द तमाम मार्गों को खोला जा सके.
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