देश के सबसे पॉपुलर हॉलिडे डेस्टिनेशन में से एक गोवा ने 2 जुलाई से अपने दरवाजे लोगों के लिए खोल दिए हैं. मार्च में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लॉकडाउन लागू होने के बाद से राज्य विजिटर्स के लिए बंद था.
अब जब गोवा बाहरी लोगों के लिए खोल दिया गया है, तो इससे जुड़ी हर बात आप यहां जान सकते हैं.
क्या अभी छुट्टी और ट्रिप के लिए जाना सुरक्षित है?
फिलहाल नहीं. देश में कोरोना वायरस के मामलों की तादाद रोजाना बढ़ रही है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सिर्फ जरूरी काम के लिए बाहर निकलने की सलाह दी है.
गोवा में स्थिति कैसी है?
3 जुलाई तक राज्य में कम से कम 740 एक्टिव कोरोना वायरस केस हैं. 2 जुलाई को राज्य घरेलू टूरिस्ट्स के लिए खोल दिया गया था और उसी दिन कोरोना वायरस के मामलों में सबसे तेज उछाल आया था. 95 लोग पॉजिटिव पाए गए थे.
मैं गोवा जाना चाहता हूं. क्या मुझे पहले कोरोना वायरस का टेस्ट कराना होगा?
राज्य में एंट्री के लिए लोगों के पास COVID-19 नेगेटिव होने का सर्टिफिकेट होना जरूरी है.
अगर ये नहीं है तो उन्हें एयरपोर्ट या रोड बॉर्डर पर टेस्ट कराना होगा और नतीजा आने तक इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में रहना होगा.
अगर कोई टूरिस्ट गोवा में पॉजिटिव पाया जाता है तो क्या होगा?
ऐसे मामले में लोगों को राज्य में कम से कम 14 दिन के लिए क्वॉरंटीन में रहना होगा और ठीक होने पर ही लौट सकेंगे.
लेकिन अगर मुझमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं तो टेस्ट कैसे होगा?
सरकार की लेटेस्ट गाइडलाइन के मुताबिक, जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण हैं और उनके प्राइमरी कॉन्टैक्ट (चाहे उनमें लक्षण न हों), सिर्फ उन्हीं का टेस्ट हो सकता है.
इसलिए ये साफ नहीं है कि कोई शख्स गोवा जाने के लिए COVID-19 नेगेटिव सर्टिफिकेट कैसे लेगा.
जब मैं अपने गृह राज्य वापस लौटूंगा, तो क्या होगा? क्या मुझे क्वॉरंटीन में जाना होगा?
हां, आपको अपने राज्य के प्रोटोकॉल के तहत क्वॉरंटीन में रहना होगा. उदाहरण के लिए, अगर कोई दिल्ली से गोवा जाता है तो लौटने पर 14 दिन के लिए होम क्वॉरंटीन में रहना होगा.
हालांकि लौटने पर अगर लक्षण दिखते हैं तो उन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में जाना होगा. ये राज्यों पर निर्भर करेगा.
क्या रुकने की जगह की बुकिंग पर कोई पाबंदी है?
हां, राज्य सरकार ने सिर्फ 250 होटल और रिजॉर्ट को खुलने की इजाजत दी है. जो होटल या रिजॉर्ट सरकार के पास रजिस्टर्ड नहीं हैं, वो बुकिंग नहीं ले सकते.
रेस्टोरेंट में किन बातों का ध्यान रखना होगा?
- डाइन-इन की बजाय रूम सर्विस को बढ़ावा देना
- होम डिलीवरी करने वाले स्टाफ की थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी
- सीटिंग अरेंजमेंट इस तरह किया जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग कायम रहे
- डिस्पोजेबल मेन्यू को बढ़ावा दिया जाए
- क्लॉथ नैपकिन की जगह डिस्पोजेबल पेपर नैपकिन का इस्तेमाल
- बुफे सर्विस में भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा
सार्वजानिक जगहों पर जाते समय किन बातों का ध्यान रखना है?
- हर समय फेस मास्क पहनना जरूरी है
- जहां मुमकिन हो 6-फीट की दूरी बनाए रखें
- थूकने पर पाबंदी है
- अगर कोई बीच, स्टोर या रेस्टोरेंट भरा हुआ है तो उसमें न जाएं
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