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गोडसे ने गांधी की हत्या की,प्रज्ञा ने उनकी आत्मा को मारा:सत्यार्थी

गोडसे को लेकर बयानबाजी के बीच आनंद महिंद्रा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है

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भारत
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नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताने वाले बयान को लेकर बीजेपी नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि प्रज्ञा के इस बयान के लिए बीजेपी को उन्हें तुरंत पार्टी से बाहर कर देना चाहिए.

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कैलाश सत्यार्थी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ''गोडसे ने गांधी के शरीर की हत्या की थी, लेकिन प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ अहिंसा, शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं. गांधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं. बीजेपी नेतृत्व छोटे से फायदे का मोह छोड़कर उन्हें तत्काल पार्टी से निकालकर राजधर्म निभाए.''

आनंद महिंद्रा ने दी ये चेतावनी

गोडसे को लेकर प्रज्ञा के बयान के बाद महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा, ''75 सालों से भारत महात्मा की भूमि रहा है. जब दुनिया ने अपनी नैतिकता खो दी थी, वह प्रकाश का स्रोत थे. हम पर गरीब होने के लिए तरस खाया जाता था, लेकिन जब से बापू ने दुनियाभर में अरबों लोगों को प्रेरित किया, हम हमेशा अमीर रहे. कुछ चीजें पवित्र रहनी चाहिए. नहीं तो हमारा वजूद कामय रखने वाली प्रतिमाओं को तबाह कर हम तालिबान बन जाएंगे."

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क्या था प्रज्ञा का विवादित बयान?

गुरुवार को एक सवाल के जवाब में भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार प्रज्ञा ने कहा था, ‘’नाथूराम गोडसे एक देशभक्त थे, एक देशभक्त हैं और एक देशभक्त रहेंगे.’’

हालांकि, अपने बयान पर विवाद बढ़ने के बाद प्रज्ञा ने इसे लेकर माफी मांग ली. उन्होंने कहा, ‘’यह मेरा निजी बयान था. मेरा इरादा किसी की भावना आहत करने का नहीं था. अगर मैंने किसी को आहत किया है तो मैं माफी चाहती हूं.’’

इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने एक बयान जारी कर कहा था कि पार्टी प्रज्ञा के बयान की निंदा करती है और उन्हें इसके लिए जनता के सामने माफी मांगनी चाहिए.

ये भी देखें: प्रज्ञा की उम्मीदवारी ‘झूठ’ के खिलाफ हमारा सत्याग्रह- अमित शाह

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