गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई समेत भारतीय मूल के 3 अमेरिकी सीईओ कोरोना महामारी पर बनी ग्लोबल टास्क फोर्स कमेटी में शामिल किए गए हैं. सुंदर पिचाई के अलावा डेलॉयट के पुनीत रंजन और एडोब के शांतनु नायारण भी इस कमेटी में शामिल हैं.
अमेरिकी कॉर्पोरेट सेक्टर की पहल
पीटीआई के अनुसार, यह कमेटी अमेरिका के कॉर्पोरेट सेक्टर की पहल पर शुरू की गई है और इसका मकसद कोरोना महामारी के समय में भारत की मदद करना है. सुंदर पिचाई, पुनीत रंजन और शांतनु नारायण इस कमेटी के साथ जुड़कर अमेरिकी कंपनियों द्वारा कोविड संकट के खिलाफ मिलकर काम करेंगे.
5 मई को अमेरिका में 40 कंपनियों के सीईओ ने कोविड संकट के खिलाफ जारी लड़ाई को लेकर एक पहल की, जिसमें भारत को कोविड-19 राहत सामग्री के तौर पर 100 वेंटिलेटर्स और 25000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स समेत अन्य सहायता दी जा रही है.
अमेरिकी कंपनियों के सीईओ की लिस्ट में मार्क सुजमान, सीईओ- बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, एंडी जेस्सी, सीईओ- अमेजन और टिम कुक, सीईओ- एपल आदि नाम शामिल हैं.
भारत भेजी गई मदद
25 अप्रैल को डेलॉयट की ओर से 1000 ऑक्सीजन कंसट्रेटर्स भारत पहुंचे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, मेडट्रोनिक समेत 16 अन्य कंपनियों की मदद से 3 जून को वेटिंलेटर्स के भारत पहुंचने की संभावना है.
कोविड संकट पर बनी इस टास्क फोर्स कमेटी को यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स और बिजनेस राउंडटेबल ने न्यू पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर संगठित किया है. यह कमेटी चैंबर यूएस-इंडा बिजनेस काउंसिल और यूएस इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के साथ मिलकर भारत में जारी कोरोना संकट पर तेजी से काम कर रही है.
अभी तक, करीब 45 अमेरिकी बिजनेस एंड एसोसिएशन ने ग्लोबल टास्क फोर्स गतिविधियों में अपना योगदान दिया है.
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