दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में दलित के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जो आरोप लग रहे हैं उसके मुताबिक, दलित शख्स की बस इतनी गलती थी कि वो बिरयानी बेचता था वो भी 'वेज बिरयानी'. लोकेश नाम के दलित शख्स का बिरयानी बेचना कुछ 'दबंगों' को नागवार गुजरा, जिसके बाद वो लोग लोकेश की पिटाई करते नजर आए, गालियां देते नजर आएं. यही नहीं अपनी 'हिम्मत' का प्रदर्शन करने के लिए वीडियो को सोशल मीडिया पर भी डाल दिया. पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
मारपीट का ये वीडियो वायरल हो रहा है
लोकेश ने क्या कहा?
द क्विंट से बातचीत में लोकेश कहते हैं कि एक ही दिन उनके ऊपर दो बार हमले हुए हुए. एक दूसरे वीडियो में वो पूरी घटना बता रहे हैं-
मैं बिरयानी बेचता हूं, मेरे दुकान लगाने के बाद वो लोग आए, उन्होंने मुझसे जाति बिरादरी पूछी और मारपीट चालू कर दी. मेरी जाति को लेकर गाली दी, वीडियो वायरल कर दिया. मेरा बर्तन फेंक दिया, रिक्शा तोड़ दिया. ईंट मारी मुझ पर, मेरे कान पर कट्टा भी रख दिया. बोलते हैं कि कल से अगर यहां खड़ा होगा तो मारेंगे.
इस मारपीट के बाद भी लोकेश हिम्मत नहीं हारे हैं, वो कहते हैं मैं अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए बिरयानी बेचता रहूंगा.
ट्विटर पर जमकर विरोध
मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर लोग गुस्से में नजर आए. खबर लिखे जाने तक ##*$%^बिरयानीवहीं_बेचेगा ट्वि टर पर देश में दूसरे-तीसरे नंबर पर ट्रेंड कर रहा है.
राजनीतिक विश्लेषक और प्रोफेसर दिलीप मंडल ने ट्विटर पर अपना अकाउंट नेम बदलकर 'लोकेश बिरयानी सेंटर' रख लिया है. दिलीप के अलावा कई दूसरे यूजर्स ने भी ऐसा ही किया है. दिलीप मंडल ने ट्विटर पर लिखा
ये संविधान के तहत हर नागरिक को हासिल रोजगार करने के मौलिक अधिकार की रक्षा की बात है. बिरयानी बेचने पर दलित युवक लोकेश की नोएडा में पिटाई. जातिसूचक गालियां दी गई. आजाद भारत में उनसे उनका ये हक कोई नहीं छीन सकता. कोई भी नहीं.
दिलीप मंडल इस दौरान बीजेपी पर भी भड़कते नजर आए
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