(नोट: आपत्तिजनक भाषा के चलते क्विंट ने शुभम मिश्रा का यूट्यूब वीडियो नहीं लगाने का फैसला किया है.)
कॉमेडियन अग्रिमा जोशुआ को रेप की धमकी देने वाले यूट्यूबर शुभम मिश्रा को वडोदरा पुलिस ने 12 जुलाई को गिरफ्तार किया. इस वीडियो में, 26 साल का शुभम मिश्रा, जोशुआ के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहा है.
इस घटना से पहले, मुझे नहीं मालूम था कि 'badassshubham' कौन है. इसलिए मैंने, उसका यूट्यूब पेज चेक किया. यूट्यूब पर मिश्रा के करीब 3 लाख सब्सक्राइबर्स हैं.
शुभम मिश्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से इस वीडियो को डिलीट कर दिया है, और अपना इंस्टाग्राम अकाउंट @badassshubham भी प्राइवेट कर दिया है.
देखने में शुभम मिश्रा के कंटेंट का ‘ब्रांड’ हिंदुस्तानी भाऊ जैसा है. हिंदुस्तानी भाऊ एक और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर है, जो गाड़ी में बैठकर कैमरे से बातें करता है.
‘badassshubham’ के वीडियो में मैंने नोटिस किया कि ज्यादातर कमेंट भारतीय पुरुषों (नाम से देखकर) थे. और अगर यही उसकी टारगेट ऑडियंस है, तो मैं कंटेंट को देखकर ज्यादा हैरान नहीं हूं. मिश्रा के यूट्यूब कंटेंट को देखकर समझ आता है कि वो वही कर रहा है, जो बाकी सभी कर रहे हैं- किसी भी हाल के मुद्दे के सहारे फॉलोअर्स बढ़ाना.
नेहा धूपिया के रोडिज से “मेरी च्वाइस” क्लिप से लेकर, सुशांत सिंह राजपूत की मौत, भारत-चीन सीमा विवाद, मदर्स डे, बॉयज लॉकर रूम विवाद, बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों को बेस्ट विशेज... ये मिश्रा के हाल ही के कुछ वीडियो हैं.
मिश्रा के वीडियो में मुझे जिस चीज ने सबसे ज्यादा परेशान किया, वो थी भाषा. अगर आपने शुभम मिश्रा का अग्रिमा जोशुआ को रेप की धमकी वाला वीडियो देखा है, तो आप समझ गए होंगे कि मैं क्या कहना चाह रही हूं. उसके वीडियो में आपत्तिजनक भाषा, गालियों का खूब इस्तेमाल होता है. मैंने जो वीडियो देखे, उसमें रेप की, मारने की, लिंच करने की धमकी उसके हर दूसरे वीडियो में है.
मैं उसका कोई भी वीडियो पूरा आखिर तक नहीं देख पाई. और इसका कारण सिर्फ सेक्सिस्ट भाषा ही नहीं है, बल्कि वो गुस्सा है जो शुभम मिश्रा दिखाता है. मिश्रा अपने वीडियो में गाली, आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करता है, और उसकी बॉडी लैंगुएज भी उतनी ही एग्रेसिव होती है. उसका ये रवैया हिंसात्मक है.
शुभम मिश्रा का माफीनामा वीडियो, जिसे 4 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं, इस बात को स्पष्ट करता है. इस वीडियो में, मिश्रा, अग्रिमा जोशुआ को रेप की धमकी देने की बात बार-बार नकारता है. वो अपनी हरकत के लिए माफी नहीं मांगता, बल्कि इसलिए मांगता है कि लोगों ने उसकी बात का गलत मतलब निकाला.
इस बात को समझिए. एक शख्स एक महिला के लिए भद्दी भाषा का इस्तेमाल करता है और सार्वजनिक रेप की धमकी देता है, और जब उसे इसका जिम्मेदार ठहराया जाता है, तो वो कॉन्फिडेंस के साथ उसे खारिज करता है. ये भारत के रेप कल्चर को सीधे-सीधे दिखाता है.
‘Army ko middle finger dikhane waale ko jawab’ नाम से टाइटल वाले एक वीडियो में, 20 सेकेंड तक भद्दी भाषा का इस्तेमाल करने के बाद, मिश्रा फिर कहता है कि वो किसी की मां का अपमान नहीं करना चाहता. और फिर इसके बाद और भद्दी गालियों का इस्तेमाल होता है. इस वीडियो को यूट्यूब पर 2 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और कमेंट में लोगों ने शुभम मिश्रा की तारीफ भी की है.
एक वीडियो, ‘Aisi exams bhot aayegi Zindagi me’, वो यंग लोगों को एड्रेस कर रहा है. ये सोचकर ही कि यंग बच्चे इतने वायलेंट और सेक्सिस्ट कंटेंट को कंज्यूम कर रहे हैं, किसी को भी डर जाना चाहिए.
इसके साथ ही, शुभम मिश्रा का यूट्यूब अकाउंट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े करता है. लंबे समय से टिकटॉक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और यूट्यूब पर कंटेंट को लेकर विवाद चल रहा है कि कैसे यहां कोई भी एब्यूजिव कंटेंट पेश कर रहा है.
शुभम मिश्रा अकेला नहीं है. कैरी मिनाटी और हिंदुस्तानी भाऊ को भी ऐसे ही कंटेंट को लेकर आलोचना का शिकार होना पड़ा है, लेकिन क्या इससे कुछ बदला? इस बार मिश्रा पर पुलिस ने कार्रवाई की है, तो क्या आगे कुछ बदलने की उम्मीद है?
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