गुजरात के भावनगर जिले में रिक्शा चलाने वाले एक दलित की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई. पीड़ित के पिता दावा है कि उसकी हत्या इसलिए की गई, क्योंकि उसने आरोपियों में से एक के रिश्तेदार के लिए रिक्शा चलाने से इंकार कर दिया था.
घटना भावनगर की जेसर तहसील के मातलपुर गांव की है. हत्या के पांच आरोपियों में से चार की गिरफ्तारी हो चुकी है.
22 साल के सुरेश राठौड़ निको नाम के शख्स के लिए छाकड़ो रिक्शा चलाते थे. निको आरोपियों में से एक गोबर भालिया का रिश्तेदार था. पीड़ित सुरेश के पिता हरिभाई ने पुलिस शिकायत में बताया है कि हाल में सुरेश ने निको के लिए रिक्शा चलाने से इंकार कर दिया, इससे मुकेश भालिया, हिम्मत चूड़ासमा और गोबर भालिया नाराज हो गए. यह तीनों कोली समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. कोली समुदाय OBC में आता है.
वहीं भावनगर जिले के एसपी जयपाल सिंह राठौड़ का कहना है कि "पीड़ित पर भी कुछ आपराधिक मामले दर्ज थे, उनमें से दो निवारक कानून के तहत थे. पीड़ित के आरोपियों से दूसरे विवाद भी थे. सुरेश ने पहले मुकेश की चचेरी बहन के साथ छेड़खानी भी की थी, जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था."
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि मुकेश ने सुरेश का मातलपुर स्थित उसके घर से अपहरण किया और उसे गांव के ही देवाभाई के घर में ले गया. वहां हिम्मत और मुकेश ने सुरेश को काबू में किया, वहीं दो गुमनाम लोगों ने उसे चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया.
बागडना पुलिस थाने की पुलिस ने मुकेश, गोबर, हिम्मत और दो दूसरे लोगों पर हत्या, अपहरण, आपराधिक षड्यंत्र और ST-SC एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
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