गुजरात (Gujarat) में राज्य सरकार ने शनिवार (22 जुलाई) को राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश के कारण हुई तबाही के कारण पोरबंदर और कच्छ से गुजरने वाले दो राष्ट्रीय राजमार्गों और 10 राज्य राजमार्गों को बंद कर दिया. गुजरात रिलीफ कमिश्नर आलोक पांडे ने एक बयान में कहा, "कुल 736 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और लगभग 358 लोगों को बचाया गया."
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार देर रात गांधीनगर में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र में एक समीक्षा बैठक की, जहां उन्होंने व्यक्तिगत रूप से स्थिति की समीक्षा करने के लिए जूनागढ़ पहुंचने के प्रयासों के व्यर्थ साबित होने के बाद जिला अधिकारियों के साथ बातचीत की.
आलोक पांडे ने एक बयान में कहा कि कुल मिलाकर 302 सड़कें बंद हो गईं, जिनमें 271 पंचायत सड़कें शामिल थीं.
पानी कम होते ही इन्हें खोल दिया जाएगा. फिलहाल 736 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जूनागढ़ वलसाड, गिर-सोमनाथ, पोरबंदर और अन्य जिलों में बारिश के कारण राज्य के बांधों में भरपूर पानी आया है. नर्मदा बांध 67 फीसदी भर चुका है जबकि अन्य बांध पूरी तरह भर चुके हैं.आलोक पांडे, रिलीफ कमिश्नर, गुजरात
NDRF-SDRF की 9 टीमें रेस्क्यू में जुटी
भारी बारिश से प्रभावित जिलों में NDRF और SDRF की कुल नौ टीमें तैनात की गई हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दो-दो टीमें जूनागढ़ में बचाव और राहत अभियान में जुटी हैं.
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार (24 जुलाई) दोपहर तक गिर-सोमनाथ, जूनागढ़, कच्छ, पोरबंदर और दक्षिण गुजरात के वलसाड, नवसारी में भारी बारिश की संभावना है. आयुक्त ने लोगों से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने और घर पर रहने का आग्रह किया है.
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