उरी हमले में शहीद हुए नायक राज किशोर सिंह को शनिवार सुबह उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई. गंगा किनारे उनका पूरा सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया.
आतंकियों ने 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में भारतीय सेना के कैंप पर हमला कर दिया था. जिसमें 20 जवान शहीद हुए हैं और करीब 25 जवान घायल हो गए थे.
राज किशोर का इलाज दिल्ली के आर्मी अस्पताल में चल रहा था. 30 सितंबर की सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली. 1 अक्टूबर को उन्हें उनके पैतृक गांव बिहार के आरा जिले के पीपरांपाती गांव लाया गया.
पिता के शहीद होने की खबर सुनने के बाद से बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. राज किशोर की एक बेटी है जो चौथी क्लास में पढ़ती है और एक बेटा है जो तीसरी क्लास में पढ़ता है.
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