रणजीत सिंह हत्याकांड (Ranjit Singh murder case) मामले में पंचकूला की सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है. जिसमें डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) समेत अन्य चार लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है.
दोषी करार दिए जाने के बाद सजा का था इंतजार
बता दें कि इससे पहले रणजीत सिंह हत्या मामले में राम रहीम समेत इन पांचों लोगों को कोर्ट ने दोषी करार दिया था. जिसके बाद सजा का ऐलान बाकी था. रणजीत सिंह के परिवार की मांग थी कि सभी को फांसी की सजा सुनाई जाए, लेकिन कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
साथ ही कोर्ट ने राम रहीम पर 31 लाख रुपये का जुर्माना और बाकी चारों दोषियों पर 50 हजार का जुर्माना लगाया है.
पुलिसबल की तैनाती
कोर्ट के इस फैसले से पहले हरियाणा में कई जगहों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी. सिरसा समेत बाकी इलाकों में भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया. डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों के लिए ये तमाम इंतजाम किए गए हैं. आश्रम तक जाने वाले रास्तों को भी पूरी तरह से सील कर दिया गया है.
कई मामलों में सजा काट रहा है राम रहीम
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें से रणजीत सिंह हत्याकांड भी शामिल था. रणजीत सिंह की हत्या साल 2002 में हुई थी. उन्हें कुछ हथियारबंद बदमाशों ने कई गोलियां मारी थीं और उनकी हत्या कर दी थी. हत्या में चार लोगों के अलावा राम रहीम का नाम भी सामने आया था. इससे पहले राम रहीम को यौन शोषण के मामले में सजा सुनाई जा चुकी है. इसके अलावा पत्रकार की हत्या के मामले में भी उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई है.
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