सिविल जज सीनियर डिविजन रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में वादी पक्ष की महिलाओं ने दो एप्लीकेशन्स दिए हैं, जिसमें ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) की कुछ दीवारें गिराकर वीडियोग्राफी कराने और वजू खाने के आसपास के एरिया को सील करवाने की मांग की गई है. वादी पक्ष ने मस्जिद परिसर के उन इलाकों में वीडियोग्राफी कराने की मांग की कई है, जहां पत्थर से रास्ता रोका गया है और दीवार खड़ी है.
बता दें कि वादी की याचिका संख्या 80ग को सुनने के बाद सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर ने प्रतिवादी पक्ष से इस मामले में आपत्ति तलब करते हुए 18 मई बुधवार की तारीख दी है.
वादी महिलाओं रेखा पाठक, मंजू व्यास और सीता साहू ने सिविल जज सीनियर डिवीजन के कोर्ट में एक नयी याचिका मंगलवार सुबह दायर की थी. इसमें उन्होंने मांग की थी कि ‘ज्ञानवापी के कोर्ट कमीशन सर्वे के बाद मस्जिद काम्प्लेक्स में शिवलिंग मिला है, जिसे कोर्ट ने सील करने का आदेश दिया है.
इसके अलावा यह शिवलिंग जिस जगह स्थित है उसके पूरब की तरफ एक दरवाजा है, जिसे ईंट-पत्थर-सीमेंट से जोड़ाई करके बंद किया गया है. इसके अलावा नंदी के मुख जो कॉरिडोर में स्थित है उनके सामने भी तहखाना है. उस तहखाने के उत्तरी तरफ दीवार खड़ा करके शिवलिंग को ढकते हुए ईंट और सीमेंट से जोड़ दिया गया है. ऐसे में वादी पक्ष ने मांग की है कि नंदी जी के मुख के सामने वाले तहखाने से ईंट-पत्थर बालू, बांस, बल्ली, मलबा हटाते हुए उत्तरी दीवाल हटाकर कमीशन की करवाई करने देने का आदेश दिया जाए.
इसके साथ ही ‘शिवलिंग के पूरब तरफ दीवार-रास्ते को जो ईंट-पत्थर-सीमेंट से जोड़कर बंद किया गया उसको तथा नंदी के मुख के सामने तहखाने के उत्तरी दीवार को तोड़कर प्राप्त शिवलिंग की कमीशन कार्रवाई करते हुए शिवलिंग की लम्बाई-चौड़ाई व ऊंचाई की नाप कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया जाना न्यायसंगत है.
इसके अलावा वादी पक्ष ने कहा कि बैरिकेडिंग के अंदर पश्चिमी दीवार पर दरवाजे को ईंट-पत्थर से बंद कर दिया गया है, जो मां के मंदिर में जाने का रास्ता है उस दरवाजे को खोलकर ईंट-पत्थर हटाकर अंदर मंडप का भी कमीशन कार्रवाई करने का आदेश दिया जाए.
बता दें कि इस पर बुधवार को दो बजे सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में सुनवाई होगी.
वकीलों ने किया हड़ताल का ऐलान
ज्ञानवापी मामले की सुनवाई के बीच वाराणसी में बुधवार, 18 मई को वकीलों ने हड़ताल करने का ऐलान किया है. वाराणसी बार एसोसिएशन ने एक दिन की स्ट्राइक करने का ऐलान किया है. इस संबंध में वकीलों की ओर से कहा गया है कि आगे की रणनीति के लिए उत्तर प्रदेश बार काउंसिल और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देशानुसार फिर से मीटिंग की जाएगी और विचार किया जाएगा.
बता दें कि वाराणसी में आज ज्ञानवापी मस्जिद विवाद से संबंधित दो याचिकाओं पर सुनवाई होनी है. लेकिन वकीलों द्वारा किए गए हड़ताल के ऐलान के बाद इस पर संशय की स्थिति बनती नजर आ रही है.
उम्मीद जताई जा रही है कि ज्ञानवापी मामले पर होने वाली सुनवाई आगे के लिए टाली जा सकती है.
क्या है वकीलों के हड़ताल की वजह?
हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने नोटिस जारी करते हुए कहा था कि प्रदेश के वकीलों के अराजक व्यवहार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. वकीलों के लिए अराजक शब्द का इस्तेमाल किए जाने के बाद वाराणसी बार एसोसिएशन ने हड़ताल करने का ऐलान किया है.
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