भारत के स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का उत्सव समाप्त हो गया है. मोदी सरकार के 'हर घर तिरंगा' (Har Ghar Tiranga) अभियान के बाद देश भर में आम नागरिकों ने बढ़-चढ़ कर अपने घरों, दफ्तरों और यहां तक की कार-बाइक व साइकिलों पर भी झंडा फहराया. ऐसे में स्वतंत्रता दिवस के एक दिन बाद सभी राष्ट्रीय झंडों को उतारने का समय आ गया है. ऐसी स्थिति में हम आपको बताते हैं कि अब तिरंगे को सही तरह से कैसे स्टोर करें? अगर आपका झंडा किसी कारण फट गया है तो उसको कैसे डिस्पोज/निपटारा करें? आपको हम इससे जुड़े नियम-कानून बताते हैं.
झंडे को कैसे फोल्ड करें?
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने अपने एक ट्वीट में झंडे को कैसे फोल्ड करना है, इसको लेकर आसान स्टेप वाइज तरीका बताया था.
पहला स्टेप- ध्वज को क्षैतिज रूप/हॉरिजॉन्टल रखें
दूसरा स्टेप- ऊपर और नीचे मौजूद झंडे की केसरिया और हरे रंग की पट्टियों को बीच में मौजूद सफेद पट्टी के नीचे मोड़ें
तीसरा स्टेप- इसके बाद सफेद पट्टी को इस तरह से मोड़ना चाहिए कि केवल अशोक चक्र दिखाई दे, साथ में केसरिया और हरे रंग की पट्टियां भी थोड़ी दिखें
चौथा स्टेप- इस तरह मुड़े हुए झंडे को हथेलियों या भुजाओं पर रखकर ले जाना चाहिए
झंडे को कैसे संभाल कर स्टोर करें?
इंडियन फ्लैग कोड, 2002 के अनुसार झंडे का "इस तरह से उपयोग या उसे स्टोर नहीं किया जाएगा, जो इसे नुकसान पहुंचा सकता है या इसे खराब कर सकता है". फ्लैग कोड कहता है कि झंडा "जमीन या फर्श या पानी को नहीं छूना चाहिए".
अगर किसी कारणवश झंडा कट-फट गया तो क्या करें?
फ्लैग कोड कहता है कि "जब झंडा क्षतिग्रस्त या गंदी स्थिति में हो, तो उसे फेंका नहीं जाना चाहिए या उसका अनादरपूर्वक निपटारा नहीं किया जाना चाहिए". फ्लैग कोड कहता है कि झंडे को "पूरी तरह से निजी तौर पर नष्ट किया जाना चाहिए, अच्छा होगा कि ऐसे झंडे को जलाकर या किसी अन्य तरीके से निपटान किया जाये जो उसकी गरिमा के अनुरूप हो"
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