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‘भारतीय राजनयिकों को परेशान कर रहा है पाकिस्तान’

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोपों को किया खारिज

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पाकिस्तान में भारतीय राजनयिको को गैस कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है और इंटरनेट बंद कर दिया गया है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस्लामाबाद में तैनात भारतीय राजनियकों को तरह तरह से परेशान किया जा रहा है.

ये करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के वक्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भरोसे से ठीक उलट है. उस वक्त उन्होंने वादा किया था कि भारत एक कदम चलेगा तो वो दो कदम आगे चलेंगे. लेकिन हकीकत ये है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. हालांकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस तरह के आरोपों को खारिज किया है.

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राजनयिकों को परेशान करने के हथकंडे

सूत्रों के मुताबिक

  • राजनयिकों को जानबूझकर रसोई गैस नहीं दी जा रही है
  • कई भारतीय अधिकारियों का इंटरनेट कनेक्शन बंद कर दिया गया है
  • राजनयिकों से मिलने आने वाले मेहमानों से पूछताछ होती है
  • राजनयिकों की पल पल निगरानी की जा रही है

यही नहीं कुछ दिन पहले एक घुसपैठिए ने इस्लामाबाद में एक भारतीय राजनयिक के घर के अंदर घुसने की कोशिश भी की थी.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोपों को किया खारिज

21 दिसंबर को डीएनए में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पाकिस्तान में भारतीय राजनयिकों को परेशान किया जा रहा है. इस रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने खारिज कर दिया है.

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान राजनयिक संबंधों पर वियना संधि का सम्मान करता है और भारतीय उच्चायोग को हर सुविधा मुहैया कराता है.

हालांकि भारतीय राजनयिकों के साथ दुर्व्यवहार का पाकिस्तान रिकॉर्ड पुराना है. लेकिन पीएम इमरान खान और उसके बाद पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल बाजवा अपने बयानों से ये साबित करने की कोशिश की थी कि वो भारत से रिश्ते सुधारना चाहते हैं.

लेकिन पाकिस्तान के वादों और हकीकत में लगता है बहुत फासला है.

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