हरियाणा बीजेपी के नेता और पूर्व राज्य गृह मंत्री संपत सिंह (Sampat Singh) ने पार्टी की स्टेट एग्जीक्यूटिव के सदस्य की उम्मीदवारी से इनकार कर दिया है. सिंह ने कहा है कि 'राजनीति बंद कमरे और पुलिस सुरक्षा में रहकर नामुमकिन है.' संपत सिंह ने हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष ओम प्रकाश धनकड़ को लेटर लिखकर किसान आंदोलन (Farmers Protest) को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है.
कृषि कानूनों के मुद्दे पर बीजेपी नेताओं के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि पार्टी नेताओं के पास पुलिस सुरक्षा में बैठकें करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
संपत सिंह ने साफ किया है कि वो किसानों की मांग को शुरुआत से समर्थन दे रहे हैं. पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि बीजेपी को किसानों के मुद्दे प्राथमिकता पर सुलझाने चाहिए.
छह बार के विधायक सिंह ने 2019 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी जॉइन की थी. उन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिला था. जनवरी 2021 में संपत सिंह ने केंद्र से ‘अड़ियल रवैया’ छोड़ कर तीनों विवादित कृषि कानून वापस लेने की अपील की थी.
संपत सिंह ने कहा था, "ये कानून वापस लिए जाने चाहिए और MSP पर फसल की खरीद के लिए एक नया कानून बनना चाहिए. जब सरकार आश्वासन दे रही है कि MSP जारी रहेगी तो इस पर कानून न बनाने की कोई वजह नहीं है. MSP को कानूनी रूप देकर किसानों को आश्वासन मिलेगा कि वो अपनी फसल तय रेट पर सरकार को बेच सकते हैं."
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