हरियाणा में बीजेपी की सहयोगी पार्टी के विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने किसानों को अपशब्द कहने के बाद अब माफी मांगी है. लेकिन राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों का उनके खिलाफ प्रदर्शन अब तक जारी है. क्योंकि उनका कहना है कि प्रदर्शनकारी किसानों को अब तक पुलिस ने रिहा नहीं किया है. हरियाणा के टोहाना इलाके से विधायक देवेंद्र बबली के काफिले पर 1 जून को हमला हुआ था, जिसके बाद विधायक ने किसानों के खिलाफ केस दर्ज कराया और उन्हें अपशब्द भी कहे.
क्या है पूरा मामला?
हरियाणा, पंजाब और यूपी के हजारों किसान पिछले 6 महीने से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. लेकिन 1 जून को टोहाना के नजदीक किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच जब विधायक देवेंद्र सिंह बबली की कार गुजरी तो किसी ने उन पर हमला कर दिया. जिसमें उनके निजी सचिव घायल हो गए. विधायक साहब ने किसानों पर खूब गुस्सा उतारा और कई अपशब्द तक कह डाले. साथ ही पुलिस ने भी इस मामले को लेकर कई किसानों को गिरफ्तार कर लिया.
लेकिन किसानों के लिए अपशब्द बोलने और जेजेपी विधायक के खिलाफ विरोध बढ़ने के बाद उन्होंने अब अपने शब्दों के लिए किसानों से माफी मांगी है. जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली का कहना है कि,
“मैं एक सरकारी इवेंट में शामिल होने जा रहा था, जब कुछ लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया. मुझे यकीन है कि हमला करने वाले किसान नहीं हो सकते हैं. मैंने गुस्से में आकर कुछ अपशब्द कहे, जिसके लिए मैं माफी मांगता हूं. जो भी हिंसा में शामिल हैं, उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.”
किसान नेताओं का रिहाई को लेकर प्रदर्शन
इस मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत समेत कई किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि विधायक ने अपने शब्दों को लेकर माफी मांग ली है, लेकिन पुलिस ने अब तक किसानों को रिहा नहीं किया है. टिकैत ने कहा कि जब तक पुलिस दोनों किसानों को रिहा नहीं करती है, प्रदर्शन चलता रहेगा. या तो पुलिस किसानों को रिहा कर दे, या फिर हमें भी गिरफ्तार करे.
इस मामले को लेकर किसान नेताओं और प्रशासन के बीच बातचीत भी चल रही है. क्योंकि किसानों की गिरफ्तारी के बाद कई किसान नेता थाने के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. जिन्हें पुलिस किसी भी तरह हटाने की कोशिश में जुटी है. हालांकि किसानों का साफ कहना है कि जब तक रिहाई नहीं होगी, वो कहीं नहीं जाएंगे.
जेजेपी नेताओं का विरोध कर रहे किसान
बता दें कि विधायक देवेंद्र बबली जिस पार्टी जेजेपी से आते हैं, उसका सबसे बड़ा वोट शेयर किसान ही हैं. पिछले विधानसभा चुनावों में जेजेपी ने किसानों के वोट से ही काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी. लेकिन किसान आंदोलन को लेकर जेजेपी का रुख न्यूट्रल रहा है, जिसके बाद किसान पार्टी से खासे नाराज हैं. साथ ही विधायकों और नेताओं का विरोध कर रहे हैं.
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