हाथरस में 20 साल की युवती के साथ हुई दरिंदगी के मामले को रोज नया मोड़ दिया जा रहा है. अब इस पूरे मामले को विदेशी साजिश करार दे दिया गया है. साथ ही एक नई एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ खुद ये बात कह रहे हैं कि उन्हें और उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए विपक्षी दलों और विदेशी ताकतों ने साजिश की है, जिसका वो पर्दाफाश करके रहेंगे.
विपक्षी दल देखना चाहते थे दंगे
हाथरस केस को लेकर पुलिस और प्रशासन की लापरवाही का हर तरफ जिक्र हुआ. हर बार कुछ ऐसा किया गया, जिससे लोगों का गुस्सा भड़का और विपक्षी दलों ने भी उसके खिलाफ आवाज उठाई. लेकिन अब सीएम योगी की मानें तो हाथरस में दंगा भड़काने की पूरी साजिश रची गई थी. योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“इन्हें विकास अच्छा नहीं लग रहा है, ये लोग देश और प्रदेश में भी जातीय दंगा भड़काना चाहते हैं. इस दंगे की आड़ में विकास रुकेगा, उन्हें रोटियां सेकने का अवसर मिलेगा. लेकिन इन सभी षड़यंत्रो से पूरी तरह आगाह होते हुए हमें विकास की इस प्रक्रिया को तेजी के साथ आगे बढ़ाना है.”
सिर्फ इतना ही नहीं, सीएम योगी ने ये भी दावा कर दिया कि विपक्षी दलों को दंगा भड़काने की साजिश के लिए विदेशों से फंडिंग हो रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता लगातार देश के विकास के लिए काम करते हैं, लेकिन ये एंटी सोशल लोगों को पसंद नहीं आता है. उन्होंने हमेशा एक दंगा प्रभावित उत्तर प्रदेश की कामना की है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस में एक 20 साल की युवती को खेतों में ले जाकर जमकर पीटा गया और परिवार का आरोप है कि दुष्कर्म भी हुआ. युवती ने भी अपने एक बयान में इसकी पुष्टि की थी. लेकिन घटना के 15 दिन बाद युवती ने दम तोड़ दिया. युवती की मौत के बाद पुलिस ने आधी रात को जबरन उसके शव का अंतिम संस्कार किया. इसके बाद मीडिया पर भी पाबंदी लगाई गई. परिवार के लोगों ने जब आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें डरा रही है और रोज धमकी दे रही है तो मीडिया को इजाजत दी गई. सीएम योगी ने आखिरकार 5 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया और परिवार समेत सभी लोगों के नार्को टेस्ट की बात कही.
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