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हाथरस केस पर गुजरात में प्रोटेस्ट- जिग्नेश मेवानी हाउस अरेस्ट

जिग्नेश मेवानी ने कहा- मुझे और हार्दिक पटेल को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा

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उत्तर प्रदेश के हाथरस केस को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. विपक्षी दल लगातार इस भयावह घटना को लेकर सड़कों पर हैं. इसी बीच गुजरात में भी प्रदर्शन बुलाया गया था, जिसमें निर्दलीय विधायक और एक्टिविस्ट जिग्नेश मेवानी और कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को शामिल होना था. लेकिन दोनों को उनके घरों में ही बंद कर दिया गया है. जिग्नेश मेवानी ने ट्विटर पर कहा है कि उन्हें प्रतिकार रैली में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है और नजरबंद कर लिया गया है.

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मेवानी बोले- हार्दिक पटेल और मुझे शामिल होने की इजाजत नहीं

गुजरात के नेता मेवानी ने अपने ट्वीट में कहा कि गुजरात में लोकतंत्र को बर्बाद किया जा रहा है, मुझे प्रतिकार रैली में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. ये रैली हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए है. जिग्नेश ने कहा कि उन्हें अहमदाबाद में हिरासत में ले लिया गया है और कमरे से भी बाहर नहीं आने दिया जा रहा.

जिग्नेश के ट्वीट के बाद क्विंट ने उनसे बातचीत करने की कोशिश की. जिसमें उन्होंने बताया कि,

“अभी मैं सर्किट हाउस में हूं, हम लोग हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एक प्रोटेस्ट रैली निकालने वाले थे. हमें इजाजत नहीं मिली थी, लेकिन हम वहां जाएंगे और उसके बाद हमें हिरासत में लिया जा सकता है. लेकिन उससे पहले ही ये लोग मुझे सर्किट हाउस से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं. मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया गया है.”

पीड़िता को न्याय की बजाय रोज नए एंगल

बता दें कि हाथरस मामले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दल पिछले कई दिनों से आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस उनके साथ दोहरा व्यवहार कर रही है. हाथरस में भी कई दलों के कार्यकर्ताओं पर पुलिस का लाठीचार्ज दिखा. वहीं पुलिस ने विपक्षी नेताओं और उनके समर्थकों के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज कर लिए हैं. जिसके खिलाफ विपक्ष लगातार आवाज उठा रहा है.

लेकिन पीड़िता को न्याय की आवाज के साथ ही अब कई नए एंगल निकालकर केस को नया रंग रूप देने की कोशिश हो रही है. पहले जहां चर्चा पीड़िता के साथ हुई हैवानियत और पुलिस की लापरवाही की हो रही थी, वहीं अब इसमें करोड़ों की विदेशी फंडिंग, दंगे भड़काने की साजिश और पीएफआई का रोल बताकर नई चर्चा शुरू कर दी गई है. पीड़िता को न्याय की बात हाशिए में पहुंच चुकी है और अब ये तमाम मुद्दे मीडिया की सुर्खियों में हैं.

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