हाथरस केस (Hathras Case) के बाद यूपी पुलिस और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर सवाल उठने का सिलसिला जारी है. योगी इस मामले पर हो रहे प्रदर्शनों और विरोध को 'विदेशी फंडिंग से दंगा भड़काने' की कोशिश बता चुके हैं. वहीं, पुलिस ने 19 FIR दर्ज की हैं. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, इन FIR में अज्ञात लोगों के खिलाफ साजिश और राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है.
एक FIR में चौंकाने वाला दावा भी किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, एक सब-इंस्पेक्टर की शिकायत पर दर्ज हुई इस FIR में कहा गया कि ‘उपद्रवी तत्वों ने हाथरस के पीड़ित परिवार को राज्य सरकार के खिलाफ झूठ बोलने के लिए 50 लाख रुपये की पेशकश की थी.’
इसी FIR में आरोप लगाया गया कि 'उपद्रवी तत्व' प्रदेश में जातीय तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
FIR में पत्रकार का भी जिक्र
यूपी पुलिस ने इस FIR में कहा कि एक अज्ञात 'पत्रकार ने पीड़िता के भाई को मजबूर करने की कोशिश की, कि वो माता-पिता से बुलवाए परिवार यूपी सरकार से संतुष्ट नहीं है'. पुलिस ने पत्रकार का नाम नहीं लिया है, लेकिन इशारा इंडिया टुडे की तनुश्री पांडे की तरफ लगता है. पांडे का हाल ही में एक कथित ऑडियो वायरल हो गया था, जिसमें वो पीड़िता के भाई से बात कर रही थीं. =
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, FIR में कहा गया कि राज्य सरकार की छवि बिगाड़ने की साजिश के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हवाले से झूठे बयान 'सोशल मीडिया पर वायरल किए गए'.
जातीय दंगा भड़काने की साजिश- CM योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हाथरस पर विपक्ष का प्रदर्शन और लोगों का गुस्सा उन्हें और उनकी सरकार को बदनाम करने की साजिश है. योगी ने कहा कि विपक्षी दल और विदेशी ताकतों ने साजिश की है, जिसका वो पर्दाफाश करके रहेंगे.
योगी ने कहा था, "इन्हें विकास अच्छा नहीं लग रहा है, ये लोग देश और प्रदेश में भी जातीय दंगा भड़काना चाहते हैं. इस दंगे की आड़ में विकास रुकेगा."
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