कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन बढ़ने के बाद सरकार की तरफ से कोविड-19 को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि अब तक कुल 1036 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं एक दिन में 179 लोग ठीक होकर घर गए. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि पिछले एक दिन में 1211 केस सामने आए हैं. वहीं कोरोना के चलते अब तक कुल 339 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार की तरफ से बताया गया कि दिल्ली में पहला स्पेशल कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया गया है.
दिल्ली में तैयार हुआ कोविड-19 हॉस्पिटल
केंद्र सरकार की तरफ से बताया गया कि दिल्ली में स्पेशल कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किया गया है. जिसे एम्स की बिल्डिंग के पास बनाया गया है. हॉस्पिटल को लेकर बताया गया,
270 बिस्तरों वाले इस हॉस्पिटल में 150 से ज्याद आईसीयू बेड भी मौजूद हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस हॉस्पिटल को कई हिस्सों में बांटा गया है. पहले लोगों को एक हॉल में रखा जाएगा. इसके बाद जांच की जाएगी और उन्हें उसी के हिसाब से अलग-अलग किया जाएगा.
बताया गया कि अगर आम तौर पर देखा जाए तो इसे बनाने में 9 महीने तक लगते, लेकिन ये हॉस्पिटल 15 दिन में तैयार किया गया है. यहां पेशेंट को देखने के लिए हमेशा डॉक्टर को उसके पास जाने की जरूरत नहीं होगी, इसके लिए वो आईपैड या लैपटॉप से भी इंस्ट्रक्शन दे सकते हैं.
बैंक सखी पहुंचा रहीं मदद
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि फील्ड लेवल पर महिलाओं ने बैंक सखी के तौर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ये महिलाएं लोगों तक सरकार की मदद पहुंचाने का काम कर रही हैं. इसमें गरीब लोगों को बैंकों तक जाने की जरूरत नहीं पड़ रही. आईसीएमआर की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि,
13 अप्रैल तक 2 लाख 31 हजार 902 सैंपल टेस्ट हो चुक हैं. इसके अलावा बताया गया कि अभी कुल 166 आईसीएमआर लैब और 70 प्राइवेट लैब के साथ टेस्टिंग का काम हो रहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया गया कि पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत लगातार गरीबों को पैसा पहुंचाया जा रहा है. 13 अप्रैल तक 32 करोड़ गरीबों को कैश सपोर्ट दिया जा चुका है. 5.9 करोड़ लोगों को राशन पहुंचाया जा चुका है. 97 लाख फ्री उज्ज्वला गैस सिलिंडर बांटे जा चुके हैं. इसी तरह करीब 14 सौ करोड़ रुपये बुजुर्गों और विधवाओं को पहुंचाया गया है. गरीबों को तीन महीने तक 5 किलो फ्री राशन देने की भी बात कही गई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)