भारत में इस वक्त लू का कहर जारी है. बिहार में गर्मी के इस मौसम में लू लगने से अबतक 66 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा मौत औरंगाबाद जिले में हुई है. औरंगाबाद में आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो अब तक 30 मौतें हो चुकी हैं. वहीं सोमवार को नालंदा से भी 5 मौतों की खबर आई हैं. मौसम विभाग के मुताबिक लगातार दो दिनों तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किए जाने पर हीट वेव घोषित किया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के मुताबिक,
“बिहार में लू लगने से अबतक 66 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से औरंगाबाद जिले में 30, गया में 20, नवादा में 11 और नालंदा में 5 लोगों की मौत हो चुकी है.”
गया में गर्मी की वजह से धारा 144 लागू
वहीं गया के जिला मजिस्ट्रेट ने चिलचिलाती गर्मी में धारा 144 (गैरकानूनी विधानसभा निषेध) के तहत सरकारी/गैर-सरकारी निर्माण कार्य, मनरेगा से जुड़े कार्य, और किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम या खुले स्थानों पर सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच लोगों को ना बैठने का आदेश दिया है.
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ मंत्री हर्षवर्धन रविवार को पटना पहुंचे थे. उन्होंने लू लगने से हुई मौतों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. मंत्री ने गर्मी में लोगों से घर से न निकलने की अपील की.
बिहार सरकार ने 4 लाख रुपए मुआवजा देने का किया ऐलान
एक ही दिन में लू लगने से इतनी ज्यादा जान जाने का यह पहला मामला बताया जा रहा है. सरकार ने मृतकों को 4 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताते हुए कहा कि मृतकों के परिवारवालों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है.
बिहार के सरकारी स्कूल 22 जून तक बंद
फिलहाल बिहार में कई स्कूल गर्मी की छुट्टी के बाद खुल चुके हैं. ऐसे में लू और गर्मी की वजह से बिहार के सभी सरकारी स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया गया है. इन शहरों में रविवार को तापमान 41 से 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा.
पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने भीषण गर्मी को देखते हुए 22 जून तक के लिए स्कूलों को बंद रखने का आदेश ने दिया है.
पटना में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ा
पटना में गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. यहां शनिवार को पिछले 45 सालों का रिकॉर्ड तोड़कर तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. इससे पहले 9 जून 1966 को तापमान 46.6 डिग्री दर्ज किया गया था. बता दें जून के महीने में सूर्य की किरणें भारत के इलाके में सीधी पड़ती हैं. इस वजह से इस महीनें में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है.
कैसे बचें लू से
लू से बचने के लिए लोगों को दोपहर में बाहर निकलने से बचना चाहिए. शरीर को ठंडा रखने और पानी की मात्रा बनाए रखने की कोशिशें करनी चाहिए. खाने में आम पन्ना, नींबू पानी, प्याज जैसी चीजों को बढ़ाना चाहिए. लू के थपेड़ों से खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पीने से परहेज करिए. पतले, ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें और धूप में मेहनत वाला काम करने से बचें.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)