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भारत में गर्मी से UN भी परेशान, IMD ने 10 राज्यों को दी चेतावनी

Heatwave: देश के दो शहरों में अप्रैल में ही पारा 45 के पार जा चुका है.

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देश के कई हिस्से भीषण गर्मी (Heatwave) से जूझ रहे हैं. अप्रैल खत्म होते-होते गर्मी ने रुलाना शुरू कर दिया है. कई शहरों में तापमान अभी से ही 43-45 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है, जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 45 डिग्री को भी पार कर गया है. मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत देश के कुछ हिस्सों में हीटवेव अभी कुछ दिनों और सितम ढाएगी.

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दिल्ली में 12 सालों में सबसे गर्म दिन रहा ये अप्रैल

दिल्ली में 27 अप्रैल को अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. ये पिछले 12 सालों में सबसे ज्यादा तापमान है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 18 अप्रैल 2010 को 43.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. वहीं, अभी तक सबसे ज्यादा तापमान 29 अप्रैल 1941 को दर्ज किया गया था, जो 45.6 डिग्री सेल्सियस था.

कई शहरों में पारा 40 डिग्री के पार

UN ने भी जताई चिंता

संयुक्त राष्ट्र क्लाइमेट चेंज ने भी भारत और इसके पड़ोसी देशों में हीटवेव स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की है.

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इन जगहों के लिए जारी अलर्ट

मौसम विभाग ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के लिए अगले पांच दिनों के लिए ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है. वहीं, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी यूपी और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भी अगले चार दिनों तक हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी.

पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिनों, 29, 30 और 1 मई तक हीटवेव की स्थित बनी रहेगी.

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2 मई से मिल सकती है राहत

मौसम विभाग का कहना है कि 2 से 4 मई के बीच राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में बारिश हो सकती है, जिसके बाद तापमान में गिरावट देखी जाएगी. इस दौरान पारा 36 से 39 डिग्री के बीच रह सकता है.

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कैसे करें बचाव?

मौसम विभाग ने कहा कि हीटवेव से बच्चों, बुजुर्गों और क्रोनिक बीमारी से जूझ रहे लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है.

तपती गर्मी के बीच देश एक बार फिर कोयला संकट से गुजर रहा है. कई पावर प्लांट्स में कोयले की कमी देखी जा रही है. इस संकट को देखते हुए रेलवे ने कोयले की गाड़ियों की तेज आवाजाही की अनुमति देने के लिए कुछ पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है.

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