झारखंड (Jharkhand) की राजनीति में आज का दिन बेहद अहम है. 1 फरवरी को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant soren) की कथित भूमि घोटाले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी.
यह सुनवाई 1 फरवरी को 10 : 30 बजे से होगी. बुधवार की रात, 31 जनवरी को भूमि घोटाला मामले में ईडी ने सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले, सोरेन ने राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा सौंप दिया.
हेमंत सोरेन ने ED के अधिकारियों के खिलाफ करवाया FIR
31 जनवरी को चल रही जांच के दौरान पूछताछ के लिए ईडी अधिकारियों ने हेमंत सोरेन के रांची स्थित आवास पर पहुंचने के कुछ घंटों बाद उन्हें हिरासत में ले लिया था. उससे एक दिन पहले, सोरेन की शिकायत के आधार पर एससी/एसटी अधिनियम के तहत ईडी अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई.
क्या है मामला?
सोरेन के खिलाफ जो मामले चल रहे हैं, वो कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले हैं. दरअसल, रांची के बड़गाई में एक 8.46 एकड़ ट्राइबल लैंड है. यह जमीन कुल 12 प्लॉट में बंटी है. जिसमें एक छोटा आउट हाउस और एक गार्ड रूम बना हुआ है. ये 12 प्लॉट अलग-अलग लोगों के नाम से रजिस्टर्ड है.
आरोप है कि यह पूरी जमीन ही हेमंत सोरेन की है. इसी सिलसिले में ईडी रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही है.
बता दें कि इसके अलावा सीएम सोरेन के खिलाफ साहेबगंज जिले में अवैध खनन मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की भी जांच की जा रही है. आरोप है कि मुख्यमंत्री, जो खान और भूविज्ञान विभाग के प्रभारी हैं, ने कथित तौर पर 2021 में खुद को खनन पट्टा देकर चुनाव नियमों का उल्लंघन किया है. इसपर ईडी ने हेमंत सोरेन से पहले ही पूछताछ कर ली है.
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