ADVERTISEMENTREMOVE AD

सोनिया से ममता तक, सोरेन के शपथ ग्रहण में ये हस्तियां होंगी शामिल

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

झारखंड के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर हेमंत सोरेन रविवार, 29 दिसंबर को शपथ लेंगे. सोरेन रांची के मोरहाबादी मैदान में सीएम पद की शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष अपनी पूरी ताकत दिखाने के मूड में है. कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक, इस कार्यक्रम में नजर आ सकती हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सोनिया गांधी को शपथ ग्रहण समारोह का न्योता देने खुद हेमंत सोरेन गए थे. सोरेन 25 दिसंबर को दिल्ली आए थे और सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें निमंत्रण दिया था. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को भी शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण दिया गया है.

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे.

झारखंड विधानसभा चुनावों में JMM-कांग्रेस-RJD गठबंधन को 81 सीटों में से 47 सीट पर जीत मिली है. महागठबंधन को मिलीं 47 सीटों में JMM की 30, कांग्रेस की 16 सीटें और RJD की एक सीट शामिल है. बीजेपी इस  बार 25 सीटों पर ही सिमट के रह गई.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, एसपी नेता राम गोपाल यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को न्योता भेजा गया है.

न्योता आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को भी भेजा गया था, लेकिन खराब सेहत के कारण वो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे. इस बात की जानकारी उनके बेटे तेजस्वी यादव ने दी है.

बड़े भाई के निधन के बाद सोरेन ने संभाली JMM की कमान

हेमंत सोरेन जेएमएम के संस्थापक और झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन के छोटे बेटे हैं. रामगढ़ के नेमरा गांव में पैदा हेमंत अब अपने पिता शिबू की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. बड़े भाई दुर्गा सोरेन के निधन और शिबू सोरेन की बढ़ती उम्र की वजह से हेमंत ने जेएमएम की राजनीति को आगे बढ़ाने का जिम्मा लिया.

हेमंत ने पहली बार 2005 में दुमका विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. हालांकि वह पार्टी से बगावत कर मैदान में उतरी स्टीफन मरांडी से हार गए. 24 जनवरी, 2009 से लेकर 4 जनवरी 2010 तक थोड़े वक्त के लिए हेमंत राज्यसभा के भी सदस्य रहे. बीजेपी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, जेडीयू और आजसू की गठबंधन सरकार में हेमंत उप मुख्यमंत्री भी रहे. इस सरकार की अगुआई बीजेपी के अर्जुन मुंडा कर रहे थे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×