कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में हुई चूक के बाद केंद्र सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि प्रियंका गांधी की सुरक्षा चूक मामले में हाई लेवल जांच के आदेश दिए गए हैं. साथ ही इसके लिए जिम्मेदार तीन अफसरों को सस्पेंड कर दिया है.
गृह मंत्री ने कहा, "25 नवंबर को प्रियंका गांधी वाड्रा के घर पर एक घटना हुई. प्रियंका गांधी को जानकारी मिली कि राहुल गांधी ब्लैक कलर की एसयूवी में उनसे मिलने आ रहे हैं, लेकिन उसी समय एक और ब्लैक एसयूवी आई, जिसमें मेरठ की नेता शारदा त्यागी थीं."
संयोग से कार और समय एक ही था. इसलिए शारदा त्यागी के साथ कार बिना सुरक्षा जांच के चली गई. फिर भी, हमने उच्च-स्तरीय जांच का आदेश दिया है और उल्लंघन के लिए जिम्मेदार 3 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.अमित शाह, गृह मंत्री
वहीं कांग्रेस नेता शारदा त्यागी ने कहा, “मुझे उनका (प्रियंका गांधी वाड्रा) मकान नंबर नहीं पता था. कांग्रेस ऑफिस में फोन करके इस बारे में पूछा था. जब मैं वहां गई, सुरक्षा गार्ड ने ये देखने की भी कोशिश नहीं की कि कार में कौन बैठा है. बैरिकेड को तुरंत हटा दिया गया और गेट खोल दिया गया. मैं पहली बार वहां गई और ये देखकर बहुत दुख हुआ.”
इससे पहले सुरक्षा में सेंध को लेकर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर काफी नाराजगी जाहिर की थी. वाड्रा ने देश में लड़कियों के साथ हो रहे अपराध का जिक्र करते हुए कहा था कि हमारे देश में महिलाएं खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करें?
"हम कब और कहां सुरक्षित हैं"
रॉबर्ट वाड्रा ने सुरक्षा में सेंध के बाद अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा-
ये प्रियंका, मेरे बच्चों या गांधी फैमिली की सुरक्षा का मामला नहीं है. ये हमारे देश के नागरिकों और खासतौर पर महिलाओं की सुरक्षा के बारे में हैं. कि वो इस देश में खुद को कितना सुरक्षित महसूस करती हैं. देश में सुरक्षा से समझौता किया जा रहा है. हमारे देश में लड़कियों के साथ रेप हो रहा है, हम कैसा समाज बना रहे हैं. देश के हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है. अगर हम अपने घर, अपने देश और सड़क पर सुरक्षित नहीं है तो हम कब और कहां सुरक्षित हैं.
केंद्र सरकार ने करीब एक महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी. एसपीजी की जगह सरकार ने गांधी परिवार को सीआरपीएफ की जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई थी. 21 मई, 1991 को लिट्टे आतंकवादियों द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की हत्या के बाद उनके परिवार को एसपीजी सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. गांधी परिवार और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के पर कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया था.
बता दें, एसपीजी सुरक्षा हटने के बाद से प्रियंका गांधी की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ संभाल रही है.
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