हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचाई है. शुक्रवार 18 अगस्त को राज्य सरकार ने पूरे राज्य में प्राकृतिक आपदा की घोषणा की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट X के जरिए इस बात की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, "प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश को 'प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र' घोषित किया."
प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित
हिमाचल प्रदेश में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की वजह से पिछले कुछ दिनों में 75 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. वहीं 7,500 करोड़ के नुकसान हुआ है. राज्य में लगातार बारिश के बीच कई जिलों में भयानक भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि सरकार ने इस तबाही को राज्य आपदा घोषित कर दिया है. जल्द ही इसकी नोटिफिकेशन जारी हो जाएगी.
आदेश में कहा गया है, ''मानव जीवन की हानि और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और निजी संपत्ति की क्षति, विनाश और क्षति की अभूतपूर्व गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने पूरे हिमाचल प्रदेश राज्य को प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने का निर्णय लिया है.''
55 दिनों में लगभग 113 भूस्खलन
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है और पिछले 55 दिनों में राज्य में लगभग 113 भूस्खलन हुए हैं. हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक राज्य लोक निर्माण विभाग (PWD) को हुए नुकसान का अनुमान ₹2,491 करोड़ है, जबकि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को भी आपदा से लगभग ₹1,000 करोड़ का नुकसान हुआ है.
पिछले चार दिनों में भूस्खलन और बादल फटने से मरने वालों की संख्या 75 से अधिक हो गई है और राज्य की राजधानी शिमला सबसे अधिक प्रभावित है.
राजस्थान- छत्तीसगढ़ से मदद का ऐलान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिमाचल प्रदेश को 11 करोड़ रूपए की मदद का ऐलान किया है. भूपेश बघेल ने 'X' पर लिखा, देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से आई विपदा की स्थिति में पीड़ित लोगों की मदद के लिए हम सब छत्तीसगढ़वासियों की ओर से 11 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा करता हूं.
उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा कि, "हम सभी छत्तीसगढ़वासी हिमाचल के लोगों के साथ खड़े हैं और सामूहिक एकजुटता के साथ आपदा का सामना करेंगे तथा सामान्य स्थिति की बहाली के लिए कार्य करेंगे. हम सब ईश्वर से सबकी रक्षा की प्रार्थना करते हैं."
वहीं राजस्थान सरकार ने भी 15 करोड़ के मदद का ऐलान किया है. सीएम अशोक गहलोत ने 'X' पर लिखा, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से बनी मुश्किल परिस्थितियों में पीड़ित लोगों की मदद के लिए राजस्थान सरकार की ओर से 15 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया प्रभावित इलाकों का दौरा
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 18 अगस्त को सिरमौर जिले की 3 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया और हालातों का जायजा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रभावित लोगों से मुलाकात की साथ ही कई प्रभावित परिवारों को राहत राशि भी बांटी.
नाहन विधानसभा क्षेत्र के कंडईवाला में प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर संभव लोगों को राहत देने की कोशिश की जा रही है और वह खुद हर प्रभावित इलाके का दौरा कर रहे हैं.
केंद्र सरकार से नहीं मिली कोई अतिरिक्त मदद - सीएम
एक सवाल के जवाब में CM ने कहा कि, "केंद्र सरकार से कोई भी अतिरिक्त मदद हिमाचल प्रदेश को नहीं मिल पाई है और वह खुद अंतरिम राहत की पहली किस्त का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के चारों सांसद हिमाचल प्रदेश की आवाज को संसद में उठाने में नाकाम रहे हैं. अच्छा होता कि सांसद आपदा की स्थिति को संसद में उठाते और हिमाचल प्रदेश को कोई मदद केंद्र सरकार से दिलवाते.
उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं को पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की बात का समर्थन करते हुए एक साथ मदद के लिए आगे आना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता अगर मदद के लिए आगे आते हैं तो वह उनके नेतृत्व में भी हिमाचल की भलाई के लिए चलने को तैयार हैं.
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