हिन्दी... तू Tension ना ले!
कभी फिरंगी, कभी स्वदेसी, आएंगे डराने वाले
मेरी नजर से देखो, तो तेरी राह में फैले बस उजाले
हिन्दी... तू tension ना ले!
ऐ भाषा हिन्दुस्तानी, तू 22 जुबानों को जोड़ता एक पुल है
तू गाना सुपरहिट, पिक्चर हाउसफुल है
तू दक्षिण से पश्चिम के बीच गुफ्तगू है
रेल किसी दिशा चले, संग चलती तू है
तुझे मैंने दूर अंडमान में भी सुना है, तुझे बोलकर मैने अंजानों से रिश्ता बुना है
तू टूटी फूटी सही, हर प्रांत में चल जाती है
जिस जुबान पड़े, उस जुबान ढल जाती है
तू बिन बोली रिश्वत है, तू देश की आदत है
तू चाय के संग छन जाती है, अखबार से विचार बन जाती है
तू पहली लिखी शायरी है, तू रौनक-ए-डायरी है
तू रेडियो की कॉमेंटरी है, अचानक निकला ‘ओ तेरी’ है
तू इंग्लिश की क्लास में चुपके से की हंसी-ठिठोली है
तू चुनाव का नारा है, नेताओं की बोली है
तू गाड़ी के बंद शीशों में निकली दिल की भड़ास है
तू हमारा सच है, ‘sophistication’ का जब उतरता लिबास है
उर्दू की सोहबत में, तू महफिलों का तराना है
अंग्रेजी तुझसे दोस्ती चाहे, उसे ‘Masses’ तक जो जाना है
तू Ads की tagline है, WhatsApp पे आया हर तीसरा जोक है
तेरी खूबसूरती ये है कि तू बे-रोक टोक है
तुझे बोलने से पहले हिन्दुस्तानी सोचता नहीं है
तुझे सही बोलें या गलत, कोई इज्जत नोचता नहीं है
तुझे खतरा है भी अगर, तो है अपने ही मतवालों से
Subway को ‘पैदल पारपथ’ लिखने वालों से
सरकारी फाइलों में घुटती है जो सालों से
ऐसे भाषा के स्वयंभू रखवालों से
तेरी राह है रोशन, जो तेरे रखवाले ही ना बने पैरों के छाले
हिन्दी... तू Tension ना ले!
स्क्रिप्ट और टैलेंट: अभिनव नागर
कैमरा: संजोय देब
असिस्टेंट: गौतम शर्मा
एडिटर: वीरू कृषण मोहन
प्रोड्यूसर: दिव्या तलवार
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