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गृह मंत्रालय ने इन VVIP लोगों की सुरक्षा कम की, नेताओं में नाराजगी

मंत्रालय ने सुरक्षा समीक्षा के बाद लिया फैसला

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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 8 VVIP की सुरक्षा कम कर दी है. इनमें आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद, जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी समेत देश के पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर और चीफ जस्टिस भी शामिल हैं.

लालू की जेड प्लस सुरक्षा हटाने के बाद उनके बेटे तेज प्रताप यादव ने नाराजगी जताई है. साथ ही उन्‍होंने बीजेपी और एनडीए सरकार पर साजिश रचने का आरोप लगाया.

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लालू प्रसाद को Z+ की जगह Z सिक्योरिटी

पूर्व रेलमंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को अब 'जेड प्लस' की जगह 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी. इस श्रेणी की सुरक्षा के तहत सीआरपीएफ के कमांडो का एक दस्ता उन्हें सुरक्षा देगा. अब एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो उन्‍हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराएंगे. एनएसजी केवल 'जेड प्लस' सुरक्षा मुहैया कराती है.

'मोदी-नीतीश होंगे जिम्‍मेदार'

लालू प्रसाद के बड़े बेटे ने कहा कि अगर उनके साथ अगर कोई घटना घटती है, तो इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार होंगे.

तेज प्रताप ने कहा, “अगर मेरे पिता की हत्या हो जाती है, तो कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा? लालू प्रसाद पर अगर कोई हमला होता है, तो दोष प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर होगा.”

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गुजरात से राज्यमंत्री हरिभाई पार्थी भाई चौधरी, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर, जामा मस्जिद के शाही इमाम एमएसए बुखारी, दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग और देश के पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर नसीम जैदी की सुरक्षा को Z से घटाकर Y श्रेणी का कर दिया गया. 
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‘लालू से लोग डरते हैं, लालू को किससे डर लगता है'

लालू प्रसाद की सुरक्षा कम करने को लेकर उठ रहे विरोध पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा, “लालू से लोग डरते हैं...लालू को किससे डर लगता है.”

सुशील मोदी ने कहा कि लालू की सुरक्षा को घटाने के पीछे कोई राजनीतिक आधार नहीं है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय समय-समय पर खतरे का आकलन कर उसके आधार पर सुरक्षा में बढ़ोतरी या कमी करता है. इस तरह के फैसले राजनीतिक आधार पर नहीं लिए जाते हैं.

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सुरक्षाकर्मियों को स्टेटस सिंबल बना लिया था. उन्हें लगता है कि ज्यादा से ज्यादा सुरक्षाकर्मी होंगे तो उनका कद बढ़ जाएगा और सुरक्षाकर्मी कम हो जाने पर उनकी नेतागिरी कम हो जाएगी.

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जीतनराम मांझी ने जताई नाराजगी

केंद्र ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की भी जेड सुरक्षा वापस ले ली है. उनकी सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों को वापस ले लिया गया है. मांझी को अब बिहार सरकार की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिलने वाली सुरक्षा दी जाएगी.

मांझी ने इस पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि केंद्र ने किस रिपोर्ट पर ऐसा फैसला किया है. मेरी जान को अभी भी खतरा है." मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा बिहार में एनडीए सरकार का हिस्सा है.

जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा कम करके अब 'वाइ प्लस' कर दी गई है.

मंत्रालय ने समीक्षा के बाद लिया फैसला

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हाल में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वीआईपी सुरक्षा प्राप्त कई लोगों की सुरक्षा की समीक्षा की थी. इसके बाद ये कदम उठाया गया.

(इनपुटः PTI से)

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