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गाजियाबाद के 12 अस्पतालों में कोविड वैक्सीन खत्म - रियलिटी चेक

8 अप्रैल को भारत में कोरोना वायरस के 1.26 लाख मामले सामने आए

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70 साल के होशियार सिंह 7 अप्रैल को गाजियाबाद के सेंट जोसेफ अस्पताल केवल एक दुआ लेकर पहुंचे- कि उन्हें कोविड वैक्सीन का डोज मिल जाए. रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी, होशियार सिंह डायबिटीज, हाईपर्टेंशन, थायराइड से जूझ रहे हैं. इससे पहले भी उन्हें वैक्सीन की कमी के चलते सेंटर से लौटा दिया गया था.

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देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के बीच, कई राज्यों से वैक्सीन डोज की कमी की खबरें सामने आ रही हैं. ऐसे ही कुछ हालात उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भी देखने को मिले.

7 अप्रैल को फिर उन्हें वैक्सीन नहीं मिल पाई. उन्होंने बताया, “दुर्भाग्य से, आज भी मुझे वैक्सीन नहीं लग पाई क्योंकि सेंटर में वैक्सीन के शॉट्स खत्म हो गए हैं. एक बार फिर मामले बढ़ रहे हैं, और मैं परेशान हूं. हमें टीका लगवाने में कितना समय लगेगा?”

सिंह अकेले नहीं हैं, जो वैक्सीन की लाइन में खड़े हैं. सैकड़ों लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही है. गाजियाबाद के कम से कम 12 प्राइवेट अस्पतालों का कहना है कि उनके पास वैक्सीन खत्म हो गई हैं, क्योंकि जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर से आपूर्ति नहीं आ रही है.

वैक्सीन में ये कमी तब देखी जा रही है, जब भारत कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है और देश में एक दिन में एक लाख से ऊपर केस रिकॉर्ड हो रहे हैं. 8 अप्रैल को भारत में कोविड के 1.26 लाख मामले सामने आए.

3 अप्रैल से वैक्सीन नहीं - सेंट जोसेफ

वैक्सीन की कमी से केवल लोगों को ही नहीं, बल्कि अस्पतालों को भी परेशानी हो रही है. सेंट जोसेफ अस्पताल के पास रोजाना वैक्सीन से संबंधित करीब 50 फोन आ रहे हैं. अस्पताल में 3 अप्रैल को ही वैक्सीन के डोज खत्म हो गए थे, और फ्रेश सप्लाई नहीं मिलने के कारण अस्पताल ने अपना वैक्सीनेशन सेंटर बंद कर दिया है.

अस्पताल के एक अधिकारी ने नाम छिपाने की शर्त पर बताया,

“हर दिन, मुझे 50 से ज्यादा लोगों के वैक्सीन लगवाने के लिए फोन आते हैं. मैं उन्हें क्या बताऊं? मैं बस उन्हें अगली सुबह फिर से कॉल करने और अस्पताल आने से पहले जांच करने के लिए कहता हूं.”

अस्पताल में कोविशील्ड वैक्सीन दी जा रही है. अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में 2 अप्रैल को 90 लोगों को वैक्सीन दी गई. 45 साल के ऊपर के लोगों को वैक्सीन की शुरुआत होने के बाद से ज्यादा लोग वैक्सीन लेने पहुंच रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि इसने जिले में टीकों की अभूतपूर्व कमी पैदा कर दी है.

“सरकार को आयु सीमा घटाने से पहले अपनी क्षमता बढ़ानी चाहिए थी.”
अधिकारी, सेंट जोसेफ अस्पताल
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अस्पताल ने लगाया नोटिस

सेंट जोसेफ से करीब 8 किलोमीटर दूर, संतोष सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में भी हालात ऐसे ही हैं. अस्पताल में वैक्सीन खत्म हो चुकी हैं और इसने 5 अप्रैल से वैक्सीनेशन सेंटर को बंद कर दिया है.

इस प्राइवेट अस्पताल में रोजाना करीब 45 से 50 लोगों को वैक्सीन दी जा रही थी. वैक्सीन को लेकर अस्पताल में लगातार फोन आ रहे हैं, जिसके बाद नोटिस लगा दिया गया है, “कोविड वैक्सीनेशन 9/04/2021 को होगा.”

इंदिरापुरम के ज्ञान खंड l में LYF अस्पताल में 6 अप्रैल से वैक्सीनेशन बंद है. एक अधिकारी के मुताबिक, अस्पताल में 5 अप्रैल को करीब 100 वैक्सीन की आपूर्ति प्राप्त हुई थी, जिसके बाद CMO से सप्लाई नहीं मिली है.

अस्पताल ने एक नोटिस लगाया है, जिसमें लिखा है, “CMO ऑफिस में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया. अस्पताल में आने से पहले कॉल करें.”

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एमिकेयर अस्पताल ने भी ऐसा ही नोटिस लगा हुआ है, “हमारे पास स्टॉक नहीं है. हमें सोमवार को 300 डोज प्राप्त हुई थी और अब कुछ नहीं है.” 6 अप्रैल से अस्पताल में वैक्सीन खत्म हो चुकी है.

गाजियाबाद के इन चार अस्पतालों के अलावा, गायत्री अस्पताल, अटलांटा अस्पताल, नवीन अस्पाताल, वसुंधरा अस्पताल, चंद्रा लक्ष्मी अस्पताल, गणेश अस्पताल, नागर अस्पताल और श्रेया अस्पतालों में भी वैक्सीन खत्म हो चुकी है.

लायन्स आई अस्पताल, पारस अस्पताल और कृष्ण अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर ने भी कहा कि उनके पास केवल 7 अप्रैल तक का स्टॉक मौजूद है.

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गाजियाबाद अधिकारियों से नहीं मिला जवाब

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजियाबाद CMO को मेरठ डिपोट से वैक्सीन प्राप्त होती है, जो इस क्षेत्र के लिए नोडल वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर है. लखनऊ से मेरठ में वैक्सीन स्टॉक में देरी के कारण, गाजियाबाद में वैक्सीन संकट में आ गया है.

क्विंट ने गाजियाबाद जिला मजिस्ट्रेट और इम्युनाइजेशन ऑफिसर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.

(नोट: क्विंट ने गाजियाबाद के इन अस्पतालों से 7 अप्रैल को संपर्क किया था. ये रिपोर्ट उसी आधार पर फाइल की गई है.)

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