ADVERTISEMENTREMOVE AD

कोरोना से लड़ाई में किस राज्य का प्रदर्शन बेहतर, आंकड़ों से समझिए

दिल्ली और पश्चिम बंगाल ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना वायरस केसों की तादाद तो ज्यादा मिल रही है लेकिन अब ग्राफ गिर रहा है

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

देश के अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण की क्या स्थिति है, इसे समझने के लिए एक रिसर्च आई है. जिसके मुताबिक महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश राज्यों में कोरोना संक्रमण का प्रतिशत काफी ज्यादा है और अभी भी बढ़ता ही जा रहा है. वहीं छत्तीसगढ़, ओडिशा, हरियाणा, केरल, कर्नाटक जैसे राज्यों में लगातार केसों की संख्या पहले से ही कम है और उसमें सुधार भी दिख रही है. ये कोरोना से लड़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पीएम इकनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल की सदस्य रह चुकीं और सीनियर फेलो शमिका रवि ने ट्विटर पर एक विश्लेषण जारी किया है जिसमें राज्यवार कोरोना के 100 टेस्ट में से पॉजिटिव पाए जाने वाले केसों का प्रतिशत बताया गया है. जिससे पता चल सके कि राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, स्थिर है या कम हो रहा है. 20 अप्रैल से 28 अप्रैल तक के  आंकड़ों के आधार पर एक ये विश्लेषण किया गया है.

इन राज्यों में स्थिति खराब

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात इन तीन राज्यों में हर 100 कोरोना टेस्ट पर पॉजिटिव पाए जाने वालों प्रतिशत लगातार बढ़ता जा रहा है. महाराष्ट्र में ये प्रतिशत 20 अप्रैल को करीब 6% के पास था जो अब बढ़कर 7% के पार चल गया है. ऐसे ही मध्य प्रदेश में 5% से बढ़कर 7% के पार चला गया है. गुजरात में भी 6% से बढ़कर 7% के करीब चला गया है. इन राज्यों में एक तो पहले से ही ज्यादा प्रतिशत में केस मिल रहे हैं उपर से ये अभी भी लगातार बढ़ रहे हैं जो चिंता का कारण है.

केस ज्यादा लेकिन दिख रहा सुधार

दिल्ली और पश्चिम बंगाल दोनों ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना वायरस केसों की तादाद तो ज्यादा मिल रही है, लेकिन अब केस मिलने का ग्राफ गिरता हुआ दिख रहा है. दिल्ली में ये 20 अप्रैल को 8% के आसपास था जो 28 अप्रैल तक 7.5% तक आ चुका है. वहीं पश्चिम बंगाल में भी पॉजिटिव केसों में खासी रिकवरी देखने को मिल रही है. यहां 20 अप्रैल को 6.5% के आसपास कोरोना पॉजिटिव के स मिल रहे थे जो 28 अप्रैल तक आते आते गिरकर 5% के नीचे आ गए

पॉजिटिव केस मिलने का ग्राफ गिर रहा

तमिलनाडु, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर राज्यों में प्रति 100 टेस्टिंग पर पॉजिटिव केस मिलने का ग्राफ लगातार गिर रहा है. इन राज्यों में पॉजिटिव केसों के मिलने का प्रतिशत 1.5% से 3% के आसपास है, मलतल मीडियम है. लेकिन अच्छी बात ये है कि इनका भी संक्रमित केस मिलने का ग्राफ गिरता हुआ दिख रहा है.

पहले से कम केस और सुधार भी

छत्तीसगढ़, ओडिशा, हरियाणा, केरल, कर्नाटक जैसे राज्यों में पहले से ही पॉजिटिव केस मिलने का प्रतिशत कम था और अच्छी बात ये है कि अभी भी यहां लगातार कोरोना संक्रमण के ग्राफ में कमी आते हुए दिख रही है. ये बेहतरी के संकेत हैं.

केस कम लेकिन चढ़ रहा ग्राफ

सिर्फ बिहार ऐसा राज्य है जहां 20 अप्रैल तक कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति 100 टेस्ट करीब 1% ही मामले थे लेकिन 28 अप्रैल तक बढ़ते बढ़ते ये आंकड़ा 2% के पास पहुंच गया है. मतलब राज्य में कोरोना का ग्राफ चढ़ रहा है.

चिंता की बात है कि भारत में कोरोना वायरस का  प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. 1 मई तक भारत में कुल  पॉजिटिव केस का आंकड़ा बढ़कर 35000 के पार चला गया है. वहीं अभी एक्टिव केस 25000 के पार हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×