जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
सरकार ने शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. इसके साथ देशभर से भी जवानों के परिवार के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ रहे हैं.
राजनीति के साथ-साथ फिल्म और खेल जगत से जुड़ी कई हस्तियों ने परिवार को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. एक्टर अक्षय कुमार ने लोगों से शहीदों के परिवार को मदद पहुंचाने की अपील की है.
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की आर्थिक सहायता भारत के वीर वेबसाइट के जरिए की जा सकती है.
- इसके लिए www.bharatkeveer.gov.in वेबसाइट को खोलें.
- वेबसाइट पर दी गई गाइडलाइंस को पढ़ें.
- इसके जरिए आप 15 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद कर सकते हैं.
- मदद करने के लिए Contribute पर क्लिक करें.
- हमले में शहीद हुए जवानों के नाम वेबसाइट पर दिखेंगे.
- जिस शहीद की आप मदद करना चाहते हैं, उन्हें चुने.
- जितनी आप मदद करना चाहते हैं, वो रकम डालकर Proceed करें.
- OTP जेनरेट करने के लिए अपना मोबाइल नंबर और सिक्योरिटी कोड डालें.
- इसके बाद अपने अकाउंट की डिटेल्स भर कर सबमिट करें.
- इसके बाद आपके पास कंफर्मेशन आ जाएगा.
आप इस वेबसाइट के जरिए ‘भारत के वीर’ कॉर्पस में भी अपना योगदान दे सकते हैं. इसे वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों की एक कमेटी मैनेज करती है, जो जरूरत के आधार पर शहीदों के परिवार के लिए समान रूप से फंड का वितरण करने का फैसला करती है.
इसके अलावा आप Paytm के जरिए भी परिवारों तक मदद पहुंचा सकते हैं.
- इसके लिए अपने पेटीएम अकाउंट में लॉग-इन कर डोनेशन के ऑप्शन पर क्लिक करें.
- फिर CRPF Wives Welfare Association पर क्लिक करें.
- अपना नाम और रकम डालकर Proceed करें.
- इसके बाद पेमेंट का ऑप्शन चुनकर पे करें.
मदद के लिए बढ़ रहे हाथ
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के बच्चों की मदद के लिए क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने उनकी पढ़ाई का खर्च उठाने का प्रस्ताव दिया है.
हम शहीदों के लिए कुछ भी करें, वो काफी नहीं होगा, लेकिन मैं पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के बच्चों की झज्जर स्थित सहवाग स्कूल में पूरी पढ़ाई की जिम्मेदारी लेने का प्रस्ताव देता हूं. यह मेरे लिए सौभाग्य होगावीरेंद्र सहवार, पूर्व क्रिकेटर
मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने अपनी एक महीने की सैलरी शहीदों के परिवारों को देने की बात कही है. विजेंद्र हरियाणा पुलिस में कार्यरत हैं. ओलंपिक पदक विजेता ने कहा, “मैं एक महीने की सैलरी पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के लिए डॉनेट कर रहा हूं और चाहता हूं कि हर कोई उनके परिवारों की मदद के लिए आगे आए.”
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