मानव संसाधन मंत्रालय ने शनिवार को ऐलान किया कि अब नीट (NEET), जेईई मेंस (JEE Mains), नेट (NET), सीमैट (CMAT) और जीपैट (GPAT) परिक्षाओं का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) करेगी. इससे पहले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ये सारे एग्जाम कराती थी.
इसके अलावा मंत्रालय कहा कि नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) और जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) को साल में दो बार कराया जाएगा.
- एनटीए अब यूजीसी नेट की परीक्षा दिसंबर में आयोजित करेगी.
- नीट की परीक्षा का आयोजन हर साल फरवरी और मई में कराएगी.
- जेईई (मेन्स) की परीक्षा हर साल जनवरी और अप्रैल में होगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि छात्र दोनों बार परीक्षा दे सकते हैं. प्रवेश के लिए दोनों में से सबसे ज्यादा मिले नंबरों पर विचार किया जाएगा. मंत्री ने बताया कि इन परीक्षाओं के सिलेबर, प्रश्न पत्रों के रूप और भाषा के बारे में कोई अलग बदलाव नहीं किया गया है. एग्जाम की फीस में भी कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है.
जावड़ेकर ने बताया कि ये परीक्षाएं कम्प्यूटर आधारित होंगी. उन्होंने कहा कि इस बारे में छात्रों को घर पर या किसी केंद्र पर अभ्यास करने की सुविधा दी जाएगी. ये मुफ्त होगा. हर परीक्षा कई तारीखों को आयोजित होगी मतलब 4 - 5 दिनों तक चल सकती हैं.
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी परीक्षा आयोजन के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण सुधार है और इसे इस साल से शुरू करने का फैसला किया गया है. इस बारे में आज वेबसाइट पर कुछ सूचनाएं डाली जाएंगी और 2 - 3 दिनों में पूरी सूचना डाल दी जाएगी
नीट परीक्षा में करीब 13 लाख छात्र बैठते हैं, जबकि जेईई मेन्स में 12 लाख छात्र और यूजीसी नेट में 12 लाख छात्र बैठते हैं. सीमैट में एक लाख छात्र और जीपैट में 40 हजार छात्र हिस्सा लेते हैं.
(इनपुट भाषा से)
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